मैनचेस्टर। अफगानिस्तान के लेग स्पिनर और ट्वंटी-20 के नंबर एक गेंदबाज राशिद खान आईसीसी विश्वकप में बड़ी प्रतिष्ठा के साथ उतरे थे लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबले ने उनकी प्रतिष्ठा को तार-तार कर दिया है।
राशिद ने इंग्लैंड के खिलाफ विश्वकप मुकाबले में मंगलवार को नौ ओवर में 110 रन लुटाए थे और उन्हें कोई विकेट नहीं मिला था। यह विश्वकप इतिहास में किसी भी गेंदबाज का सबसे खराब प्रदर्शन रहा और वह इस तरह विश्वकप में सबसे महंगे गेंदबाज बन गए। राशिद इसके साथ ही वनडे में दूसरे सबसे महंगे गेंदबाज भी बन गए।
पाकिस्तान के वहाब रियाज ने 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ नाटिंघम में 10 ओवर में 110 रन दिए थे जबकि ऑस्ट्रेलिया के माइकल लुइस ने 2006 में जोहानसबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 10 ओवर में 113 रन दिए थे।
इंग्लैंड की पारी में कुल 25 छक्के लगे जिनमें से 17 छक्के तो इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन ने मारे। अकेले राशिद की गेंदों पर 11 छक्के पड़े और यह भी विश्वकप का एक रिकॉर्ड है। मोर्गन ने ही राशिद की गेंदों पर सात छक्के मारे। एकदिवसीय इतिहास में किसी बल्लेबाज के किसी गेंदबाज के खिलाफ यह सर्वाधिक छक्के हैं।
इंग्लैंड ने आखिरी 15 ओवरों में 198 रन ठोके जिनमें से 74 रन राशिद की गेंदों पर बने। वर्ष 1999 के बाद यह पहला मौका है जब किसी गेंदबाज ने किसी अंतरराष्ट्रीय मैच में इतने ज्यादा छक्के खाए हैं।
राशिद इस विश्वकप में ऐसे गेंदबाज के रुप में उतरे थे जिनकी गुगली को समझना बल्लेबाजों के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा था। पिछले चार वर्षों में दुनिया में सर्वाधिक विकेट लेने वालों में वह दूसरे नंबर पर थे। उन्होंने इससे पहले 63 वनडे में 128 और 38 ट्वंटी-20 में 75 विकेट लिए थे।
विश्वकप से पहले आईपीएल में भी उन्होंने अपना जलवा बिखेरा था। लेकिन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उनके अधिकतर विकेट जिम्बाब्वे और आयरलैंड जैसी टीमों के खिलाफ थे और जब उनका सामना इंग्लैंड जैसी नंबर वन टीम के खिलाफ हुआ उनकी गेंदबाजी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई।
राशिद के लिए इस मुकाबले और इंग्लैंड के कप्तान मोर्गन के हाथों लगी मार को भुलाना काफी मुश्किल होगा। उनके लिए यह मैच एक दु:स्वप्न की तरह रहा। राशिद को अब यह समझना होगा कि बड़ी टीमों के खिलाफ उतरते समय उन्हें अपनी टीम के लिए ज्यादा बेहतर प्रदर्शन करना होगा।
अफगानिस्तान के कप्तान गुलबदीन नायब ने भी स्वीकार किया कि राशिद खान काफी महंगे साबित हुए और वह अपनी सर्वश्रेष्ठ फार्म में नहीं थे।