अजमेर/जयपुर। राजस्थान में पांच महीने पहले भारत की नागरिकता हासिल करने वाली पाकिस्तान मूल की नीता कंवर सरपंच चुनाव में अपना भाग्य आजमा रही है।
नीता कंवर 18 वर्ष पूर्व जोधपुर में अपने चाचा के पास आई थी तथा अजमेर में सोफिया कॉलेज से स्नातक की शिक्षा ली है। आठ वर्ष पूर्व उसकी शादी टोंक जिले के नटवाड़ा में ठाकुर प्रताप कंवर से हुई थी।
भारत में इतने समय तक रहने के बावजूद न तो वह मतदान कर पाई न ही कोई चुनाव में खड़ी होने की योग्यता हासिल कर पाई, लेकिन पांच महीने पहले मिली भारतीय नागरिकता ने उसके जैसे पंख लग गए।
नटवाड़ा ग्राम पंचायत में सामान्य वर्ग की महिला का सरपंच का प्रावधान होने के कारण नीता को सहज ही चुनाव में खड़ा होने का अवसर मिल गया। ग्राम पंचायत की राजनीति करने की पृष्ठभूमि वाले नीता कंवर के ससुराल में उसके ससुर लक्ष्मण सिंह भी तीन बार सरपंच रह चुके हैं। लक्ष्मण सिंह की यह इच्छा थी कि नीता कंवर सरपंच का चुनाव लड़े।
सरपंच पद के लिए नीता सहित सात उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं तथा कल मतदान के बाद ही नीता के भाग्य का फैसला होगा। चुनाव प्रचार में नीता ने गांव में महिला शिक्षा एवं स्वास्थ्य के स्तर को सुधारने का वायदा किया है।