बीकानेर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी में घनश्याम तिवाड़ी के फिर से शामिल होने के बाद बीकानेर से ताल्लुक रखने वाले मगरे का शेर देवीसिंह भाटी को भी शामिल करने की मांग जोर पकड़ रही है।
राज्य में भैरोंसिंह शेखावत और वसुंधरा के मुख्यमंत्रित्व काल में मंत्री रह चुके भाटी जिले की श्रीकोलायत विधानसभा क्षेत्र से सात बार विधायक रह चुके हैं। उन्हें पार्टी में शामिल करने की मांग की एक चिट्ठी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया को जिले के ही नोखा से विधायक बिहारीलाल बिश्नोई ने लिखी है। हालांकि भाटी की वापसी होगी या नहीं, यह तो अभी कहना मुश्किल है लेकिन भाटी कमबैक की मांग जोर पकड़ रही है।
जानकारी में रहे कि लोकसभा चुनाव-2019 से पहले भाटी ने भाजपा का दामन छोड़ दिया था चूंकि वे केंद्रीय राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को टिकट देने का विरोध कर रहे थे और जब टिकट मेघवाल को मिला तो उन्होंने पार्टी छोड़ दी और मेघवाल के खिलाफ सार्वजनिक रुप से उनका विरोध किया।
भाटी ने के लिए भाजपा को छोडने का यह यह पहला अवसर नहीं था। इससे पहले भी उन्होंने भाजपा को छोड़कर वर्ष 2003 में सामाजिक न्याय मंच (सनम) का गठन किया था। तब मंच ने राजनीतिक दल के रूप में राजस्थान में चुनाव लड़ा था लेकिन सिर्फ भाटी ही जीतकर सामने आए।