जयपुर। राजस्थान में उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित तीन मंत्रियों को निष्कासित करने के बाद कांग्रेस ने आगे उड़ान की रणनीति शुरू कर दी है वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भी सक्रिय हो गयी है।
पायलट के निष्कासन के बाद एक होटल में ठहरे कांग्रेस विधायकों की बाड़ेबंदी आज भी जारी रही है। विधायकों की एकजुटता पर निगाह रखी जा रही है। पायलट के समर्थकों की संख्या एवं गहलोत के समर्थकों की संख्या का सही आंकड़ा भी सामने नहीं आया है। लेकिन माना जा रहा है कि गहलोत के पास अभी बहुमत है और भाजपा द्वारा तोड़फोड़ की आशंका भी बनी हुई है।
पायलट को हटाने के बाद गहलोत ने संगठनात्मक स्तर पर रणनीति को अंजाम दे दिया है तथा पायलट समर्थकों को हटाने के साथ नई प्रदेश कार्यकारिणी बनाने पर काम शुरू हो गया है। गहलोत मंत्रिमंडल विस्तार के लिए भी रणनीति बना रहे हैं।
पायलट ने निष्कासन के बाद आगे की रणनीति का अभी खुलासा नहीं हुआ है तथा भाजपा में जाने के मुद्दे पर उसके समर्थक विधायकों में मतभेद की बात भी सामने आई है फिर भी भाजपा सक्रिय हो गयी है।
इधर भाजपा ने भी आज एक महत्वपूर्ण बैठक बुलायी है। इस बैठक में राष्ट्रीय महामंत्री ओमप्रकाश माथुर, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे तथा वी.सतीश सहित कई पदाधिकारी भाग लेंगे। राज्य सरकार के अल्पमत में आने के मुद्दे पर भी बैठक में विचार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा कांग्रेस विधायकों में तोड़फोड़ करने संबंधी आरोप का भाजपा नेताओं ने इनकार है।