नई दिल्ली। दिल्ली में हिंसा और आगजनी के बाद पहले कांग्रेसी नेताओं ने गृह मंत्री अमित शाह पर हमला बोला, अब कांग्रेसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पीछे पड़ गए हैं। पहले कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को राजधर्म का पालन करने के लिए याद दिलाई थी। अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने भी पीएम मोदी पर राज धर्म को लेकर तंज कसा है। दूसरी ओर कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी से दूर प्रधानमंत्री आज उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं।
कांग्रेस और भाजपा नेताओं के बीच राज धर्म के पालन को लेकर सियासी है रार भी बढ़ती जा रही है। यहां हम आपको बता दें कि यह राजधर्म का शब्द पीएम मोदी के लिए कोई नया नहीं है, 18 वर्ष पहले गुजरात में हुए दंगे के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उस समय मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को निर्देश देते हुए राजधर्म पालन करने के आदेश दिए थे।
राजधर्म धर्म को लेकर कांग्रेस और भाजपा में जुबानी जंग तेज
देश की राजधानी दिल्ली में हिंसा और आगजनी के बाद कांग्रेस और भाजपा नेताओं में राज धर्म को लेकर जुबानी जंग पिछले कुछ दिनों से जारी है। राजनीतिक बयानाें का दौर शुरू हो गया है, शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी राजधर्म के नाम पर लोगों को भड़काने का काम न करे, केंद्रीय मंत्री का बयान सामने आने के बाद अब कांग्रेस के दिग्गज नेता कपिल सिब्बल ने पलटवार किया है।
सिब्बल ने शनिवार को एक ट्वीट किया कि कानून मंत्री कांग्रेस से कहते हैं कि प्लीज, हमें राजधर्म न सिखाएं। हम कैसे आपको सिखा सकते हैं मंत्री महोदय। जब आपने गुजरात में वाजपेयी जी की नसीहत नहीं सुनी, आप हमें क्यों सुनेंगे। सुनना, सीखना और राजधर्म का पालन करना आपके मजबूत बिंदुओं में से एक नहीं है।
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने मोदी को याद दिलाया था राजधर्म
वर्ष 2002 में गोधरा समेत गुजरात में कुछ क्षेत्रों में जब सांप्रदायिक दंगे हुए थे। उस समय केंद्र में भाजपा की सरकार थी और अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे। गुजरात में हुए दंगों के बाद कांग्रेस समेत विपक्षी नेता अटल बिहारी वाजपेयी से गुजरात दंगे को लेकर जवाबदेही चाहते थे। जब ज्यादा विरोध किया तब अटल जी ने उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से राज्य में राज धर्म पालन करने के लिए कहा था।
हालांकि उस समय पीएम अटल जी के यह शब्द नरेंद्र मोदी को शायद रास नहीं आए होंगे ? यहां हम आपको बता दें कि गुजरात में हुए दंगों के बाद सैकड़ों लोगों की जान चली गई थी। दरअसल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का एक दल जब राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मिलकर केंद्र सरकार से राजधर्म निभाने की बात कही तब भारतीय जनता पार्टी भी आक्रमक हो गई। शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी राजधर्म के नाम पर लोगों को भड़काने का काम न करे।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार