बेंगलुरु | कर्नाटक बिजली नियामक प्राधिकरण ने विधानसभा चुनाव खत्म होने के दो दिन बाद आज बिजली की दरें 13 से 26 प्रतिशत तक बढ़ा दी।
आयोग के अध्यक्ष एम के शंकरलिंगा गौड़ा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा की। कर्नाटक में बिजली की दरें हर साल मार्च के आखिर में बढायी जाती हैं लेकिन इस बार इस क्रम में बदलाव किया गया है। पिछले वर्ष मार्च में आयोग ने बिजली की दरों में इससे पिछले वर्ष की तुलना में आठ प्रतिशत की वृद्धि की थी। आयोग के अनुसार आचार संहिता के कारण बिजली दरों को देरी से बढाया गया।
राज्य में पांच कंपनियां बिजली की आपूर्ति करती है। उन्होंने बताया कि बिजली वितरण कंपनियों ने आयोग को बिजली दरों में बढोतरी का आग्रह किया था। इस संबंध में आयोग ने 19 फरवरी से दो मार्च के बीच आम लोगों से भी बातचीत की और बिजली कंपनियों के प्रस्ताव को उनके समक्ष रखा।