लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी के मडियांव क्षेत्र में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ ) के एक डिप्टी कमांडेंट ने घरेलू विवाद से तंग आकर दो बच्चों के साथ घैला पुल से छलांग लगा दी। बड़ा बेटा तैरकर बाहर आ गया, लेकिन डिप्टी कमांडेंट बीडी मौर्य व उनके छोटे बेटे का पता नहीं चल पाया है।
पुलिस के मुताबिक विशंभर दयाल मौर्य एल्डिको सिटी निवासी हैं। शुक्रवार की रात वह पत्नी को लाने ससुराल गए थे, वहीं पत्नी से विवाद हो गया। सुबह नाराज विशंभर दयाल कार में बेटा तेजस (7) और वंश (3) को लेकर घर से निकले और रास्ते में गोमती नदी पर बने घैला पुल पर कार खड़ी करके बच्चों सहित पुल से नदी में छलांग लगा दी।
बड़ी मशक्कत के बाद बड़ा बेटा किसी तरह तैरकर नदी से निकला और वहां राहगीरों से घटना की बात बताई। सूचना पाकर मौके पर इंस्पेक्टर अमरनाथ वर्मा और सीओ अलीगंज डॉ़ मीनाक्षी गुप्ता पहुचीं। उन्होंने गोताखोरों को बुलाकर नदी में उतारा। घटना के करीब सात घंटे बीतने पर भी गोताखोर अभी तक कमांडेंट और उनके छोटे बेटे को तलाश नहीं पाए हैं।
मडियांव के इंस्पेक्टर अमरनाथ वर्मा ने बताया कि विशंभर लखनऊ में ही बिजनौर सीआरपीएफ कार्यालय में बतौर डिप्टी कमांडेंट में पद पर तैनात थे। वह यहां आईआईएम रोड स्थित एल्डिको सिटी में रहते थे। उनकी ससुराल मलिहाबाद के जगदीशपुर में है। पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है।