नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के ‘ट्विटर पेज’ के साथ छेड़छाड़ करने पर माइक्रो सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर इंडिया के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है।
अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने शनिवार को यहां कहा कि नायडू और भागवत के ट्विटर पेज से ‘ब्ल्यू टिक’ हटाकर ट्विटर इंडिया ने भारत के प्रति अपनी घटिया सोच का परिचय दिया है। उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति के ट्विटर पेज से ब्ल्यू टिक हटाना एक दुस्साहस है। इसके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
खंडेलवाल ने कहा की विश्व के सबसे बड़े सेवा संगठन, जिसके हजारों सेवा प्रकल्प देश भर में चल रहे हैं और जो संगठन अपनी लगातार प्रतिदिन की गतिविधियों से क्रियाशील रहता है, ऐसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख भागवत के ट्विटर पेज से भी ब्ल्यू टिक हटाया गया है। ये दोनों घटनाएं एक ही दिन में करना भारत के प्रति ट्विटर की घटिया सोच का परिचायक है।
उन्होंने केंद्र सरकार से कहा है कि यह एक अक्षम्य अपराध है और इसके खिलाफ सरकार को तुरंत कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।