नई दिल्ली। कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारक इकाई कार्यसमिति के सभी सदस्यों को मनोनीत करने का अधिकार रविवार को पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को मिल गया।
कांग्रेस के तीन दिवसीय 84वें महाधिवेशन के आखिरी दिन देशभर से आए पार्टी प्रतिनिधियों ने गांधी को कार्यसमिति के सभी सदस्यों को मनोनीत करने के लिए अधिकृत किया।
समिति के सदस्यों के मनोनयन संबंधी प्रस्ताव को पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पेश किया और सभी ने एकस्वर में इसका समर्थन किया। आजाद ने कहा कि पार्टी के इतिहास में अबतक एक दर्जन बार ही कार्यसमिति के सदस्यों का चुनाव हुआ है।
कार्यसमिति में आमतौर पर 24 सदस्य होते हैं और पार्टी संविधान में आधे सदस्यों का चयन चुनाव से तथा बाकी आधे सदस्यों के मनोनयन का अधिकार अध्यक्ष का है।
गांधी गत 16 दिसंबर को निर्विरोध पार्टी अध्यक्ष चुने गए थे और आज महाधिवेशन में उनके चुनाव पर मोहर लगा दी गई। अध्यक्ष के चुनाव से पहले कार्यसमिति को भंग कर उसके स्थान पर संचालन समिति बना दी गई थी।
कांग्रेस के 135 साल के इतिहास में महज 14 बार कार्य समिति के सदस्यों का निर्वाचन हुआ है। शेष समय समिति के सदस्यों के चयन का अधिकार कांग्रेस अध्यक्ष को ही सौंपा जाता रहा है।