Warning: Constant WP_MEMORY_LIMIT already defined in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/18-22/wp-config.php on line 46
कोरोना के बढ़ते मामलों पर एम्स निदेशक के बयान पर स्वास्थ्य मंत्री की जायज है नाराजगी - Sabguru News
होम Delhi कोरोना के बढ़ते मामलों पर एम्स निदेशक के बयान पर स्वास्थ्य मंत्री की जायज है नाराजगी

कोरोना के बढ़ते मामलों पर एम्स निदेशक के बयान पर स्वास्थ्य मंत्री की जायज है नाराजगी

0
कोरोना के बढ़ते मामलों पर एम्स निदेशक के बयान पर स्वास्थ्य मंत्री की जायज है नाराजगी
AIIMS Director statement on Corona rising cases justifies displeasure
AIIMS Director statement on Corona rising cases justifies displeasure
AIIMS Director statement on Corona rising cases justifies displeasure

नई दिल्ली। पिछले दिनों दिल्ली स्थित एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर बयान दिया था कि मई के आखिरी सप्ताह और जून में यह महामारी हमारे चरम पर रहेगी। गुलरिया का यह बयान देश भर में एक दहशत जरूर भर गया था। अब जाकर स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने एम्स के डायरेक्टर के बयान पर नाराजगी जताते हुए कहा है कि मेरी उनसे इस मामले को लेकर कोई बात नहीं हुई है न ही मैं उनके इस बयान से कोई इत्तेफाक रखना चाहता हूं। यही नहीं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एम्स के डायरेक्टर को ऐसे बयान देने से बचना चाहिए।

यहां हम आपको बता दें कि भारत में कोरोना वायरस के जब मामले आए थे तभी से स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन सकारात्मक और आशावादी बातें कर रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि भले ही भारत में स्थित थोड़ी सी गड़बड़ जरूर है लेकिन हम लोगों को अपनी सोच विचार सकारात्मक बनाने होंगे। ऐसे बयान किसी को नहीं देनी चाहिए जिसमें देशवासियों के लिए डर और दहशत का माहौल बने। उन्होंने कहा कि मैं कर्म पर विश्वास रखता हूं।

कोरोना के खिलाफ युद्ध हमने सबससे पहले शुरू किया और पूरे देश ने हमारा साथ दिया। कुछ ही सप्ताह में कोरोना के खिलाफ जंग में देश को भारी सफलता मिलेगी। गौरतलब है कि मई के महीने में कोरोना के केसों में होने वाली बढ़ोतरी देश के लिए चिंता की वजह बनी हुई है लेकिन ऐसी परिस्थितियों में स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन का बयान राहत देने वाला है।

सभी पूर्वानुमान सही नहीं होते हैं

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सभी पूर्वानुमान सही नहीं कहे जा सकते हैं, कभी-कभी हमारी सोच और हमारा आकलन गड़बड़ा जाता है। डॉक्टर हर्षवर्धन ने विदेश से भारत लौटे एक भारतीय वैज्ञानिक का जिक्र करते हुए कहा कि लोग अमेरिका और इटली को देखकर कह रहे थे कि मई-जून में भारत में 300 मिलियन केस होंगे और कोरोना की सूनामी आ जाएगी। मेरा मानना है कि कोई भी बीमारी का कैलकुलेशन मैथमैटिक्स से नहीं हो पाता।

भारत के मुकाबले अमेरिका की स्थिति अलग हो सकती है। भारत में विषम से विषम परिस्थिति में स्वास्थ्य के प्रति काबिलियत को सिद्ध करके दिखाया है। हमने भारत से पोलियो और चेचक जैसी बीमारी को समाप्त करके दिखाया है। हर्षवर्धन ने कहा, जब तक हमारे पास कोरोना के खिलाफ वैक्सीन नहीं है तब तक सोशल डिस्टेंसिंग सबसे प्रभावी है।

सकारात्मक सोच लानी होगी : हर्षवर्धन

देश में कोरोना वायरस मामलों पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन भी चिंतित हैं लेकिन उनका मानना है कि इस महामारी को लेकर प्रत्येक देशवासियों को तनाव नहीं सकारात्मक सोच के साथ जीवन जीते हुए आगे बढ़ना होगा। उन्होंने एक कहा कुछ ही हफ्तों में कोरोना का ग्राफ न सिर्फ फ्लैट हो जाएगा बल्कि रिवर्स भी होगा। उन्होंने कहा कि टेस्ट का दायरा बढ़ने और कॉन्टैक्ट ट्रैसिंग में तेजी की वजह से आजकल ज्यादा केस आ रहे हैं।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा 17 हजार लोग ठीक होकर घर लौट गए हैं। 30 प्रतिशत हमारा रिकवरी रेट है। आबादी है 135 करोड़ यानी दुनिया के 20 देशों के बराबर। छोटे देशों में भी हमसे बहुत ज्यादा केस और मौतें हुई हैं। भारत बाकी दुनिया के मुकाबले बहुत अच्छा कर रहा है। लोग सरकार के निर्देशों का पालन कर रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि निश्चित तौर पर कोरोना के खिलाफ जंग में हमें निर्णायक विजय प्राप्त होगी। हमें विश्वास है कि यहां भी हम स्थिति सुधार लेंगे।

भारत में कोरोना टेस्टिंग की रफ्तार बढ़ी है

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आज एक लैब से 452 लैब बन गईं। आज 80 हजार से टेस्ट रोज कर रहे हैं। हमने 31 मई तक 1 लाख टेस्ट करने की बात कही थी। हम टेस्टिंग के मामले में दुनिया के किसी देश से पीछे नहीं हैं। आज सारे देश में हर जिले में टेस्ट हो रहे हैं। खुशखबरी यह है कि हमारे वैज्ञानिक मई में ही ऐंटीबॉडी टेस्ट किट और आरटी-पीसीआर टेस्ट किट भारत में बनाना प्रारंभ कर देंगे। आने वाले समय में इन किट्स का ही इस्तेमाल होगा। उन्होंने यहा भी कहा कि कई जगहों पर वैक्सीन खोजने का काम चल रहा है और कई ह्यूमन ट्रायल तक भी पहुंच गए हैं।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लॉकडाउन में धीरे-धीरे ढील देना जरूरी है। भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जहां पीएम मोदी ने असाधारण साहस का परिचय देते हुए इतने लंबे लॉकडाउन को लागू किया और लोगों ने इसका पालन किया। अब लॉकडाउन में ढील देना या न देना इसका प्रभाव तब तक नहीं होगा जब तक हम ये न भूल जाएं कि इसके बाद भी सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनना बहुत जरूरी है, लोगोंं को इस बात का ध्यान रखना होगा।

शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार

यह भी पढें
Good News : 12 मई से यात्रियों के लिए विशेष ट्रेनें शुरु करेगी रेलवे
अजमेर शहर में टिड्डी दल का हमला, नीला आकाश हुआ काला
गैस रिसाव, आरआर वेंकटपुरा इलाके में हृदयविदारक दृश्य
‘मदर्स डे’ पर मां ने 4 साल के बेटे की सोते में काट दी गर्दन
रामगढ : पिता ने नहीं दिया स्मार्टफोन, बेटे ने की आत्महत्या
आप विधायक जारवाल को चार दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेजा
बुलंदशहर में नशेड़ी पिता ने तीन वर्षीय बच्चे की कर दी हत्या
देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 63 हजार के करीब, 2109 लोगों की मौत