कोल्हापुर। अखिल भारतीय मराठी फिल्म उद्योग (AIMFI) ने दिवंगत लता मंगेशकर के स्वामित्व वाले जयप्रभा स्टूडियो की बिक्री के मुद्दे को लेकर रविवार को क्रमिक भूख हड़ताल शुरू की।
एआईएमएफआई के उपाध्यक्ष वीपी धनाजी यमकर की अगुवाई में अभिनेता स्वप्निल रक्षक और छाया संगाओन्कर, फिल्म तकनीशीयन और व्यापार से संबंधित लोग शहर के मंगलवार पथ इलाके में स्थित स्टूडियो के सामने एकत्रित हुए।
इस मौके पर यमकर ने कहा कि स्टूडियो की बिक्री 15 फरवरी-2020 को 6.50 करोड़ में कर दी गई थी। हमें इसकी जानकारी शनिवार को स्थानीय मीडिया के जरिए मिली। इसका मतलब है कि कोल्हापुर के लोगों को सौदे के बारे में अंधेरे में रखा गया।
उन्होंने कहा कि इस सौदे में आठ रियल इस्टेट डेवलपर के साथ राज्य योजना आयोग अध्यक्ष और पूर्व शिव सेना विधायक राजेश खीरसागर के बेटे शामिल हैं। उन्होंने जोर दिया कि राज्य सरकार को स्टूडियो को अपने अधिकार में ले लेना चाहिए, जिसे धरोहर घोषित किया जा चुका है। सरकार को इस स्थान पर निर्माण की अनुमति नहीं देना चाहिए।