नई दिल्ली। सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया ने जेट एयरवेज के विदेश में फंसे यात्रियों के लिए ‘रेस्क्यू फेयर’ (मोचन किराया) शुरू किया है।
नागर विमानन सचिव प्रदीप सिंह खरोला ने गुरुवार को बताया कि उन्होंने विमान सेवा कंपनियों के साथ एक बैठक की जिसमें उन यात्रियों का मुद्दा भी उठा जो जेट एयरवेज का टिकट बुक करा चुके हैं और एयरलाइन के ‘अस्थायी’ तौर पर बंद होने के कारण अब फंस गए हैं। ऐसे यात्रियों के लिए ‘मोचन किराया’ का एक विचार सामने आया ताकि उन्हें अंतिम समय में दूसरे एयरलाइन में बुकिंग कराने के कारण कई गुणा पैसे न खर्चने पड़ें।
उन्होंने कहा कि हमने विमान सेवा कंपनियों से जेट एयरवेज के फंसे यात्रियों के लिए अलग से व्यवस्था करने का आग्रह किया है। एयर इंडिया ने खासकर विदेशों में फंसे यात्रियों के लिए – मोचन किराया शुरू भी कर दिया है।
खरोला ने बताया कि इसके अलावा अग्रिम बुकिंग करा चुके अन्य यात्रियों के बारे में भी जेट एयरवेज से विवरण मांगा गया है। कंपनी ने अगले सप्ताह के आरंभ में यह विवरण उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है। उसके बाद देखा जाएगा कि उन यात्रियों की किस प्रकार मदद की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि यात्रियों को पैसे लौटाने के विकल्प के बारे में सोच-विचार किया जा रहा है। क्रेडिट कार्ड कंपनियों और अंतरराष्ट्रीय नागर विमानन संगठन ने भी कुछ पैसे अपने पास रोक रखे हैं जिससे थोड़ी भरपाई हो सकती है।
इस बीच पर्यटन पैकेज उपलब्ध कराने वाली कंपनी मेक माई ट्रिप के एक प्रवक्ता ने बताया कि रिफंड के बारे में जेट एयरवेज के साथ बात चल रही है और यात्रियों को इसके लिए कुछ ज्यादा इंतजार करना पड़ सकता है।