नई दिल्ली। यात्री सेवा प्रणाली में खराबी के कारण सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया की उड़ानें शनिवार सुबह करीब छह घंटे तक ठप रहीं, जिससे इस दौरान एयर इंडिया की उड़ान पकड़ने के लिए गए यात्री जहां के तहां हवाई अड्डों पर फंसे रहे।
एयरलाइन को यात्री सेवा प्रणाली मुहैया कराने वाली अमरीकी कंपनी ‘सीता’ के सॉफ्टवेयर में खराबी की वजह से उसका सर्वर डाउन रहा जिससे यह समस्या आयी। इस कारण आज रात तक उड़ानों में देरी की आशंका है। कुल 155 उड़ानों में औसतन दो घंटे की देरी की संभावना है, 18 घरेलू उड़ानों का समय बदला गया है और कुछ उड़ानों को रद्द भी करना पड़ सकता है।
एयर इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक अश्विनी लोहानी ने बताया कि भारतीय समयानुसार तड़के 3.30 से 4.30 तक सीता का सर्वर नियमित रखरखाव के लिए बंद किया गया था। इस दौरान उड़ानें नहीं होती हैं। लेकिन, सर्वर को दोबारा चालू करने पर उसमें सॉफ्टवेयर की कुछ खराबी आ गई। अमरीका अटलांटा में ‘सीता’ के अभियंताओं की टीम लगातार कोशिश करती रही और सुबह 8.45 बजे यात्री सेवा प्रणाली दुरुस्त की जा सकी।
इस खराबी के कारण चेकइन और बैगेज प्रणाली के साथ ही आरक्षण भी बाधित रहा। एयर इंडिया और उसकी सहयोगी कंपनी एयर इंडिया एक्सप्रेस की सभी उड़ानें सुबह 10 बजे तक बाधित रहीं। इस दौरान लोहानी समेत एयरलाइन के सभी वरिष्ठ अधिकारी स्वयं हवाई अड्डों पर पहुंच कर स्थिति पर नजर बनाए हुए थे।
लोहानी ने बताया कि आज रात तक ही सेवाएं पूरी तरह सामान्य हो पाएंगी। कुछ जगहों पर कनेक्टिंग उड़ानों में भी दिक्कत आयेगी। इस वजह से जिन यात्रियों की उड़ानों में देरी हुई है उनके ठहरने और खाने-पीने के इंतजाम किए गए हैं। जिनकी कनेक्टिंग उड़ानें छूट गई हैं उन्हें वैकल्पिक उड़ान से जाने और तब तक ठहरने तथा खाने-पीने का विकल्प दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि प्रभावित यात्रियों को टिकट रद्द कराने या दूसरी उड़ान का विकल्प चुनने की स्थिति में कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा। उन्होंने यात्रियों को हुई परेशानी पर खेद जताया।
‘सीता’ ने एक बयान जारी कर कहा कि सर्वर के रखरखाव के दौरान आज तड़के जटिल समस्या का सामना करना पड़ा जिससे दुनिया भर में सभी हवाई अड्डों पर एयर इंडिया की उड़ानें प्रभावित रहीं। उसने कहा कि हम इस समस्या के मूल कारण को जानने के लिए पूरी जांच कर रहे हैं ताकि ऐसी समस्या दोबारा न हो। हम उड़ानों के बाधित होने की जिम्मेदारी लेते हैं और एयरलाइन तथा उसके यात्रियों को हुई असुविधा के लिए खेद व्यक्त करते हैं।