नागपुर। महाराष्ट्र भ्रष्टचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने शुक्रवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को विदर्भ सिंचाई घोटाला मामले में सभी 12 परियोजनाओं में क्लीन चिट दे दी।
एसीबी ने बॉम्बे उच्च न्यायालय की नागपुर पीठ के समक्ष दाखिल अपने हलफनामे में विदर्भ क्षेत्र में सिंचाई परियोजनाओं में कथित अनियमितता के मामलों में पवार की संलिप्तता से इनकार किया है।
विदर्भ सिंचाई विकास निगम (वीआईडीसी) के तहत 12 परियोजनाओं से जुड़े कथित घोटाले के सिलसिले में राकांपा नेता को क्लीन चिट देते हुए एसीबी ने बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर पीठ में एक और हलफनामा पेश किया था।
उन्नीस दिसंबर को हलफनामे में कहा गया है, “अजीत पवार की भूमिका के संबंध में, विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा पूछताछ / जांच के दौरान किसी भी आपराधिक दायित्व का खुलासा नहीं हुआ।”
एसीबी ने पहले 27 नवंबर को उसी पीठ में हलफनामा पेश किया था, जिसमें विदर्भ क्षेत्र में सिंचाई परियोजनाओं की मंजूरी और शुरू करने में कथित अनियमितताओं के मामलों में अजीत पवार की भागीदारी को खारिज कर दिया था।