अजमेर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा गुरुवार को कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदेश में बढ़ते अपराधों के खिलाफ प्रदर्शन किया और अतिरिक्त कलक्टर शहर विशाल दबे को ज्ञापन सौंपा।
परिषद के आशुराम डूकिया ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट है। राज्य सरकार कानून व्यवस्था पर नियंत्रण बनाए रखने में पूरी तरह नाकाम और विफल है, अपराध चरम पर है और सरकार और पुलिस नाकारा साबित हो रही है।
उन्होंने बताया कि हमने आज दिए ज्ञापन में महिलाओं के प्रति दुष्कर्म तथा अपराध को लेकर अपना विरोध दर्ज कराते हुए अपराधियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की मांग की है। साथ ही बलात्कारी को फांसी की सजा दिए जाने की भी मांग की गई है।
उन्होंने बताया कि राज्य में यदि कानून व्यवस्था इसी तरह बदहाल रही तो आने वाले दिनों में एबीवीपी के तरफ से पूरे राज्य में बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा।
प्रदेर्शन के बाद ज्ञापन देने आए कार्यकर्ताओं को अंदर न जाने देने के मामले में पुलिस के साथ हल्की फुल्की नोंकझोंक हुई। बाद में प्रशासनिक दखल के बाद पांच कार्यकर्ताओं को ज्ञापन देने के लिए अंदर जाने की इजाजत दी गई।
आप ने विधायकों के वेतन भत्ते बढ़ाने का किया विरोध
अजमेर जिले के ब्यावर में आम आदमी पार्टी की ओर से विधायकों के भत्ते बढ़ाए जाने के विरोध में मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन उपखंड अधिकारी को सौंपा गया।
आप पार्टी ब्यावर के सचिव महेश कुमार शर्मा ने ज्ञापन में बताया कि यूं तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गांधीवादी चेहरे के लिए जाने जाते हैं लेकिन कोरोना जैसे विपत्ति में भी जब आर्थिक व्यवस्थाएं पूरी तरह चरमराई हुई है और सरकारी कार्मिकों की तीन तीन दिन की तनख्वाह काटकर कोरोना राहत बजट एकत्रित कर रही है तो दूसरी ओर कांग्रेस एवं भाजपा के विधायकों के तनख्वाह व भत्ते में कटौती करने के बजाए मिलीभगत कर भत्ते 30 हजार से 50 हजार तक कर लिए गए जिसकी सर्वत्र निंदा हो रही है।
शर्मा ने चेतावनी दी कि राज्य सरकार विधायकों के बढ़ाए भत्ते को तुरंत प्रभाव से वापस ले और ऐसा संदेश दे कि जनता के पैसे का दुरुपयोग नहीं हो रहा। सरकार ने इस पर कदम नहीं उठाया तो राज्यभर में विरोध स्वरूप आंदोलन किए जाएंगे।