अजमेर। कोरोना महामारी के दौरान प्रशासन एवं भामाशाह अपने स्तर पर गरीब, निराश्रित एवं जरूरतमंद व्यक्तियों तक सामग्री पहुंचाने के लिए मुस्तैद है। कुछ व्यक्ति इस सुविधा का नाजायज फायदा उठाने से भी बाज नही आ रहे हैं। इस प्रकार के व्यक्तियों के विरूद्ध प्रशासन द्वारा कार्यवाही की जा रही है।
अतिरिक्त जिला कलक्टर हीरालाल मीणा ने बताया कि खानपुरा के चांद मोहम्मद ने शुक्रवार को जिला स्तरीय कन्ट्रोल रूम पर फोन करके भोजन एवं सामग्री के लिए सहायता मांगी। प्रशासन ने सहायता पहुंचाने के लिए क्षेत्र के अधिकारियों को निर्देशित किया। इस दौरान चांद मोहम्मद ने पुनः फोन करके कहा कि मैं भूख से मर रहा हूं, मेरे मरने के बाद सहायता पहुंचेगी क्या? इसे प्रशासन ने गंभीरता से लिया और खानपुरा के रसद विभाग के अधिकारी तुरन्त सूखी राशन सामग्री एवं तैयार भोजन के पैकेट लेकर गए।
उन्होंने बताया कि प्रत्येक जरूरतमंद तक सामग्री पहुंचना सुनिश्चित करने के साथ ही प्रशासन द्वारा व्यक्ति की आवश्यकताओं एवं सामग्री की उपलब्धता के संबंध में जांच की जाती है। जांच करने पर चांद मोहम्मद घर में मोटर साईकिल, गैस कनेक्शन, फ्रीज, कूलर जैसी उपभोक्ता वस्तुओं के होने से सम्पन्न नजर आया।
उसके घर पर पर्याप्त अनाज एवं आटा पाया गया। आटे की टंकी भरी हुई थी। मौके पर फ्रीज में चिकन एवं बहुत सी खाद्य सामग्री रखी हुई मिली। जो एक परिवार के लिए पर्याप्त होती है। भोजन सामग्री लेकर गए दल ने मौका पर्चा बनाकर उच्चाधिकारियों को सूचित किया। चांद मोहम्मद पर आपदा प्रबन्धन अधिनियम 2005 की सुसंगत धाराओं के अन्तर्गत कठोर कार्यवाही की जाएगी।
अजमेर में जरूरतमंदों को भोजन सामग्री वितरित करने के लिए फ्लाईग स्कवाड गठित