अजमेर। उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड के विरोध में रविवार को पांच घंटे अजमेर बंद रहा। सकल हिंदू समाज द्वारा ने स्वैच्छिक बंद का आह्वान किया जिसे विभिन्न व्यापारिक संगठनों ने समर्थन दिया। शहर के बाहरी इलाकों में बंद और खुलने का मिलाजुला असर दिखाई दिया।
सामाजिक संगठनों के प्रमुखों एवं व्यापारी संगठनों के अध्यक्षों व पदाधिकारियों द्वारा सकल हिन्दू समाज द्वारा आहूत 3 जुलाई रविवार बंद रखने का आह्वान किया था। सभी व्यापारियों, दुकानदारों को अपनी प्रतिष्ठान सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक पूर्ण रूप से बंद रखे। पहले पूरे दिन बंद रखे जाने पर सहमति बनी थी लेकिन रिट परीक्षा के करीब 19 हजार परीक्षार्थियों व उनके परिजनों को असुविधा न हो इसके मद्देनजर बंद का समय सीमित कर दिया गया।
बंद के दौरान सकल हिंदू समाज एवं व्यापारिक संगठनों ने कलक्टर अंशदीप को राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन सौंपकर दोषियों को फांसी दिलाए जाने की मांग की है।
अजमेर व्यापार महासंघ के किशन गुप्ता, संघ पदाधिकारी सुनील दत्त जैन, व्यापारिक महासंघ के महेंद्र बंसल, प्रवीण जैन, कंवलप्रकाश किशनानी एवं अन्य ने जिलाधीश को ज्ञापन सौंपा।
संघ से जुड़े व्यापारी सुनील दत्त जैन ने ज्ञापन देने से पहले कलेक्टर अंशदीप को ज्ञापन पढ़कर सुनाया जिसमें इस तरह के कृत्यों पर रोक के साथ साथ सुरक्षा व शांति की मांग करते हुए दोषी लोगों को फांसी की सजा दिलाने की मांग की। ज्ञापन में बताया गया कि कन्हैयालाल की हत्या में लिप्त अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी हो, अजमेर में बड़ी संख्या में बांग्लादेशी घुसपैठियों एवं आतंकी गतिविधियों की गहनता से जांच की जाकर कठोर कानूनी कार्यवाही किए जाने व हिन्दू समाज व धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बाबत लिखकर दिया गया।
ज्ञापन देने वालों में मदार गेट ऐसोसिएशन के मोती जेठानी, संजय तिवारी, गौरव सिंह भाटी, डिग्गी बाजार ऐसोसिएशन के विजय नेचानी, दरगाह बाजार व कड्डका चौक व्यापारिक एसोसिएशन अध्यक्ष हरीश गिदवानी हरीश गिदवानी, रावत समाज के डाॅ. शैतान सिंह रावत आदि प्रतिनिधि मंडल के रूप में शामिल थे।