अजमेर। राजस्थान में अजमेर जिला बार एसोसिएशन ने आज एकदिवसीय न्यायिक कार्य स्थगित रखते हुए न्यायिक मजिस्ट्रेट संख्या चार की अदालत का आज बहिष्कार किया।
बार के अध्यक्ष अजय त्रिपाठी ने बताया कि महिला न्यायाधीश कविता कच्छावा का न्यायालय में वकीलों एवं पक्षकारों से व्यवहार अच्छा नहीं है। इस बात की शिकायत कई बार जिला एवं सत्र न्यायाधीश के साथ साथ उच्च न्यायालय प्रबंधन को भी की जा चुकी है, लेकिन कोई हल नहीं निकला। लिहाजा विरोध में न्यायिक कार्य स्थगित रखा गया।
बार संघ के सचिव समीर काले ने भी न्यायिक मजिस्ट्रेट पर तानाशाह शासक की तरह व्यवहार का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी कि यदि उनका इसी तरह अभद्र व्यवहार जारी रहा तो वकीलों के लिए कार्य करना मुश्किल होगा।
उन्होंने कहा कि जब तक उच्च न्यायालय अथवा जिला एवं सत्र न्यायाधीश की ओर से सकारात्मक ठोस आश्वासन नहीं मिलता तब तक जेएम कोर्ट-4 में न्यायिक कार्य करना संभव नहीं हो सकेगा।