अजमेर। राजस्थान के अजमेर में भारतीय जनता पार्टी शहर इकाई ने स्मार्ट सिटी कार्यों में व्याप्त अनियमितताओं, बिना सहमति एवं अनियमित निर्माण तथा घटिया निर्माण को लेकर जिला कलेक्टर एवं स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित को ज्ञापन दिया।
ज्ञापन में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं एवं जनप्रतिनिधियों ने स्मार्ट सिटी के कामों को लेकर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना है। वर्ग 2016 में अजमेर शहर का चयन करते हुए यहां करोड़ों रुपए के बजट से विकास कार्यों की राह खोली गई लेकिन राज्य में कांग्रेस राज के चलते प्रशासन अपनी मनमर्जी से कार्य करा रहा है जो स्मार्ट सिटी मिशन के मूल उद्देश्यों से भिन्न है।
ज्ञापन में आनासागर के चारों ओर बनाई जा रही चौपाटी (पाथवे) के दोषपूर्ण निर्माण पर उंगली उठाते हुए एफटीएल के मानकों व वेट लैंड नियमों का उल्लंघन की बात कही गई है। शहर में पानी की समस्या के स्थाई समाधान, तारागढ़ किले को मूलरूप से स्थापित कर संरक्षित करने, पटेल मैदान के मूल स्वरूप को यथावत रखने, निर्माणाधीन एलीवेटेड रोड को प्राथमिकता के साथ पूरा कराने के साथ साथ दोषपूर्ण गुणवत्ता निर्माण पर प्रश्नचिह्न खड़ा किया गया है।
ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि निर्माण ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने की नियत से सूचना केंद्र का ओपन एयर थिएटर, जेएलएन के मेडिसिन ब्लॉक, 7 वंडर्स, पाथ वे, आदि का निर्माण घटिया सामग्री के जरिए कराया जाकर जहां निर्माण ठेकेदारों को फायदा पहुंचाया जा रहा है वहीं स्मार्ट सिटी राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है।
ज्ञापन की प्रति राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, केंद्रीय आवासीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत,प्रधानमंत्री कार्यालय, राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह, राज्यसभा सांसद भूपेंद्र यादव, सदस्य स्टैंडिंग कमेटी नगरीय विकास सुनील कुमार सोनी तथा संयुक्त सचिव मिशन निदेशक स्मार्ट सिटी कुनाल कुमार को प्रेषित कर कहा गया है कि उपरोक्त बिंदुओं पर यदि समय रहते निर्णय नहीं हुआ तो जनता के बीच जाकर लोकतांत्रिक तरीके से विरोध किया जाएगा।