अजमेर। राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक विभाग ने आज अहम कार्यवाही करते हुए अजमेर नगर निगम के वार्ड 79 के भाजपा पार्षद वीरेंद्र वालिया तथा उसके दलाल रोशन चीता को 20 हजार रुपये की रिश्वत राशि के साथ रंगेहाथों ट्रेप कर लिया।
ब्यूरो के उपाधीक्षक पारसमल ने बताया कि वादी ने शिकायत दी थी कि मेन चौरसियावास ईदगाह कॉलोनी में भवन निर्माण को लेकर पार्षद उसे अवैध बताकर तोड़ने की धमकी दे रहा था तथा ऐसा ही उसके एक रिश्तेदार के साथ भी कर रहा था। शिकायत के बाद सत्यापन में रिश्वत की मांग की पुष्टि हुई और पार्षद वीरेंद्र वालिया दोनों भूखंडों के पेटे पचास हजार रुपये की मांग कर रहा था।
वादी ने अपने भूखंड के पेटे बीस हजार रुपए प्रथम किश्त देना परस्पर तय किया। शिकायत का सत्यापन करने के बाद आज रोशन चीता के अजमेर में होने पर ईदगाह कॉलोनी गेट के पास रिश्वत राशि दी गई जिस पर ब्यूरो ने कार्यवाही करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।
नगर निगम में फर्जी पट्टे के मामले में जांच शुरू
अजमेर नगर निगम में फर्जी पट्टे मामले में कोतवाली थाना पुलिस ने निगम प्रबंधन की शिकायत पर तीन आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अधिकृत जानकारी के मुताबिक निगम के राजस्व अधिकारी पवन मीणा की शिकायत पर निगम स्तर पर जांच के बाद फाईसागर रोड क्षेत्र के नानू कुमावत, सुमन गहलोत तथा गिरधारी सिंह के नाम से जारी पट्टों के मामलों में इनको आरोपी मानते हुए दर्ज शिकायत पर कोतवाली पुलिस के सहायक निरीक्षक देवाराम गोदारा ने जांच शुरू की है। प्रथम दृष्टया निगम के किसी सक्षम अधिकारी की फर्जी पट्टे मामले में भूमिका सामने नहीं आई है। निगम को फर्जी पट्टे की जानकारी अजमेर स्थित पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग के जरिए मिली थी।