जयपुर/अजमेर। राजस्थान में राज्य सरकार द्वारा आज से लागू किए गए स्टेट टोल टैक्स के विरोध में भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में सभी जिला मुख्यालयों पर धरना दिया। पूर्ववर्ती भाजपा की वसुंधरा सरकार द्वारा सभी राज्य के राजमार्गों पर निजी गाड़ियों पर टोल शुल्क हटाने का फैसला लिया था, अब राज्य कांग्रेस सरकार द्वारा पूर्व सरकार के जनहितकारी फैसले को पलट कर पुनः टोल वसूली लागू कर दी गई है।
जयपुर में शहर भाजपा ने कलेक्ट्रट कार्यालय पर धरना देकर राज्यपाल के नाम जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव को ज्ञापन सौंपा। धरने को सम्बोधित करते हुए विधायक एवं पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने पिछले नौ महीने में राजस्थान को नौ वर्ष पीछे धकेल दिया है।
राज्य सरकार स्वास्थ्य, कानून व्यवस्था तथा सड़क निर्माण के क्षेत्र में पूर्णतय: विफल रही है। किसान, छात्र, बेरोजगार, महिलाएं अपने आप को ठगा सा महसूस कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब हो चुकी है, महिला अत्याचार में राजस्थान का ग्राफ बढ़ा है। वसुन्धरा सरकार द्वारा राजस्थान की जनता के हित में निर्णय करते हुए वर्ष 2018 में स्टेट हाईवे पर निजी वाहनों से टोल टैक्स नहीं लेने का निर्णय किया था। आज गहलोत सरकार ने इस टैक्स को पुनः लागू कर राजस्थान की जनता के साथ एक बड़ा धोखा किया हैं।
इसी तरह अजमेर में भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट के बाहर धरने पर बैठे। उन्होंने कहा कि जितनी धनराशि के कारण कांग्रेस सरकार टोल टैक्स वापस लगा रही है वह इतनी बड़ी राशि नहीं है जिससे राजस्थान सरकार को परेशान होना पड़े। उन्होंने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार इसी तरीके से गरीब की जेब पर डाका डालती है।
शहर अध्यक्ष शिवशंकर हेडा ने चेतावनी दी कि कांग्रेस की सरकार ने अगर टोल लागू करने का निर्णय वापस नहीं लिया तो बड़े आंदोलन किए जाएंगे। प्रदेश में सत्ता में दो समूह बने हुए हैं और दोनों अपनी कुर्सी बचाने में लगे हैं, लेकिन जनता किस हाल में है इसका उन्हें कोई लेना देना नहीं है। सांसद भागीरथ चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। अजमेर सहित पूरे राजस्थान में अपराध बढ़ रहे हैं उनकी और इनका ध्यान नहीं है। धरने में विधायक अनिता भदेल, महापौर धर्मेन्द्र गहलोत, पूर्व पालिका चैयरमेन सुरेन्द्र सिंह शेखावत, उपमहापौर संपत सांखला, पूर्व मंत्री श्रीकिशन सोनगरा, पूर्व सांसद रासासिंह रावत समेत बडी संख्या में पार्टी पदाधिकारी मौजूद रहे।
सिरोही जिले में भारतीय जनता पार्टी द्वारा राज्य मार्गों पर टोल टैक्स को पुनः लागू किए जाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के साथ जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया और कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
भाजपा के पूर्व जिला प्रवक्ता लोकेश खंडेलवाल के अनुसार शुक्रवार को पूर्व जिलाध्यक्ष लुंबाराम चौधरी, आबू पिंडवाड़ा विधायक समाराम गरासिया, पूर्व विधायक तारा भंडारी आदि के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने रैली के रूप में सिरोही जिला कलेक्टर पहुंचकर सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन- नारेबाजी करते हुए सरकार से यह निर्णय वापस लेने की मांग का मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में कार्यकर्ताओं आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार अपनी नाकामी को छिपाकर जिस प्रकार से सड़कों के रखरखाव के नाम पर टोल चालू करके जनता के साथ विश्वासघात व कुठाराघात किया है इस निर्णय का मध्यम वर्ग पर आर्थिक भार पड़ेगा जो निंदनीय है। भाजपा ने कहा कि लगातार वित्तीय घाटे और खराब माली हालत से जूझ रही राज्य की गहलोत सरकार द्वारा स्टेट हाईवे पर टोल लागू करने का निर्णय आत्मघाती साबित होगा।
ज्ञापन में लिखा गया कि पूर्ववर्ती भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने 18 वर्षों में राजस्थान में गांव गांव तक सड़कों का जाल बिछाया है और जनता पर बिना भार डाले सड़कों का सुचारू रूप से रखरखाव किया। जिला भाजपा ने राज्य राजमार्ग टोल टैक्स लागू किए जाने के निर्णय की कड़ी निंदा कर कहा कि सरकार टोल टैक्स के निर्णय को शीघ्र वापस ले अन्यथा भाजपा सरकार के जनविरोधी फैसलों के खिलाफ जनता के बीच जाकर जन जागरण अभियान चलाएगी।
ज्ञापन में यह भी बताया गया कि कांग्रेस सरकार जिस प्रकार से पेट्रोल डीजल पर वैट बढ़ाकर जनता पर पहले ही आर्थिक भार डाल चुकी है और अब टोल शुल्क लागू करके जनता की कमर तोड़ने का प्रयास है। भाजपा ने प्रदेश में 108 एंबुलेंस सेवा की हड़ताल को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि कानून व्यवस्था के बाद अब चिकित्सा व्यवस्था भी चरमरा गई है। भाजपा ने मांग की कि सिरोही जिले में अच्छी फसल होने के बाद भी बेमौसम बरसात से किसानों की फसलें नष्ट हुई है और पूर्व में की गई गिरदावरी की समीक्षा कर पुनः गिरदावरी करावे और किसानों को राहत दें।
ज्ञापन देने से पूर्व भाजपा कार्यकर्ता कलेक्टर चौराया स्थित एक गार्डन में एकत्र हुए और वहां एक सभा आयोजित कर वक्ताओं ने संबोधित कर राज्य सरकार के नीतियों की कड़ी आलोचना की। इस मौके पर पार्टी के सुनील व्यास, पूर्व सभापति ताराराम माली, रक्षा भंडारी, हेमंत पुरोहित, मंडल अध्यक्ष महिपालसिंह चारण, छगनलाल घाची, अशोक पुरोहित, लोकेश खंडेलवाल, सुरेश सगरवंशी, भुबाराम माली, हार्दिक देवासी, दमयंती, डाबी, हेमलता पुरोहित मांगूसिंह बावली, चिराग रावल, मनीष पुरोहित, प्रकाश पटेल, जब्बरसिंह चौहान, शैलेश चौधरी, गोपाल माली, राहुल रावल, अनिल सगरवंशी, मगनलाल मीणा, रामेश्वर कंसारा, अजय ढाका, नटवर खंडेलवाल, प्रशांतसिंह,हिम्मत रावल, देवाराम प्रजापति, मणिदेवी, जमुनाबाई समेत बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता व पदाधिकारी मौजूद थे।