अजमेर। साहब अस्पताल जाना है, मरीज भर्ती है, जाने दो…, प्लीज, भर्ती मरीज के पास जाना है…। नहीं कोई नहीं जा सकता, साहब का आदेश है, ये रास्ता बंद है। इसी तरह गुहार करते लोगों को शनिवार सुबह से सावित्री चौराहा, वैशाली स्थित चौपाटी चौराहे पर देखा गया। जवाहर लाल नेहर अस्पताल की ओर जाने वाले इन दोनों प्रमुख चौराहों पर पुलिस ने सुबह करीब 11 बजे से बेरिकेट लगाकर रास्ता रोक दिया।
न किसी जरतमंद की गुहार सुनी जा रही थी न ही स्कूल से लौट कर रास्ते में अटके बच्चों की पुलिस को कोई फिक्र हो रही थी। दुपहिया और अन्य वाहन चालकों के साथ पुलिस बेदर्दी से पेश आ रही थी। पुलिस वालों का कहना था कि शहर में ट्रेफिक न बढे इसलिए किसी को भी आगे न जाने देने के आदेश है। आखिर ये आदेश कौन दे रहा है यह वे बताने को तैयार न थे।
कोई आगे बढने की कोशिश करता तो पुलिस डंडे के जोर पर उसे रोक देती। सावित्री चौराहे पर तो तैनात पुलिस के सिपाही डंडे बरसाकर दुपहिया वाहन चालकों को खदेडने में लगे थे।
अजमेर संसदीय सीट के लिए हो रहे उपचुनाव राजनीतिक पार्टियों के लिए जहां हार जीत का खेल हैं वहीं आम जनता के लिए परेशानी का सबब बन रहे हैं। शनिवार को दोनों प्रमुख पार्टियों भाजपा व कांग्रेस का शहर में रोड शो हो रहा है। ऐसे में पुलिस के हाथ पांव फूले हुए हैं। राजनीतिक पाटियों पर पुलिस का जोर चल नहीं रहा ऐसे में वह जनता को ही कंट्रोल कर अपनी ड्रयूटी की इतिश्री करने में लगी है।