अजमेर। राजस्थान के अजमेर में चल रहे ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 809वें सालाना उर्स के दौरान छठी का कुल एवं जुम्मे की नमाज एक ही दिन 19 फरवरी को होने से कुल की रस्म एक घंटे पहले होगी।
दरगाह कमेटी सूत्रों के अनुसार उर्स के दौरान जुम्मे की यह पहली बड़ी नमाज होगी और इसी दिन छठी के कुल की रस्म भी अदा की जाएगी। दोनों कार्यक्रम एक ही दिन और लगभग एक ही समय के चलते नई व्यवस्था के तहत कुल की रस्म एक घंटे पहले हो जाएगी। इसके बाद जुम्मे की नमाज अदा की जा सकेगी।
बताया जा रहा है कि 19 फरवरी को छठी के कुल की महफिल सुबह ग्यारह बजे शुरू होकर दोपहर सवा बारह बजे संपन्न हो जाएगी और खादिम समुदाय सामूहिक रूप से मुल्क की खुशहाली, भाईचारा, तरक्की व कोरोना से मुक्ति के लिए दुआ करेगा।
जिला एवं पुलिस प्रशासन ने इस महत्वपूर्ण दिन के मद्देनजर दोनों अंजुमनों के साथ दरगाह दीवान के साथ भी सहमति बना ली है ताकि रस्म को लेकर उस दिन कोई विवाद खड़ा न हो। अब यह स्पष्ट है कि कुल की रस्म के बाद ही नमाज के लिए नमाजियों को दरगाह परिसर में बैठने दिया जाएगा। 22 फरवरी को बड़े कुल की रस्म के साथ ही उर्स का विधिवत संपन्न हो जाएगा।