अजमेर। एक सप्ताह से फरार चिटफंड साेसायटी संचालक प्रमोद गुप्ता को अरेस्ट करने के बाद अलवर गेट थाना पुलिस ने सोमवार को कोर्ट में पेश किया तथा पांच दिन का रिमांड प्राप्त किया।
आरोपी की कोर्ट में पेशी के दौरान बडी संख्या में पीडितों का जमावडा लगने से पुलिस को खासी मशक्कत करनी पडी। गुस्साए लोग आरोपी के खिलाफ नारे लगा रहे थे। सैकडों लोगों की भीड कोर्ट परिसर में जमा हो जाने से पुलिस भी सकते में आ गई। कडे सुरक्षा घेरे में आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया।
अपनी पसीने की कमाई डूबने से परेशान लोगों का कहना था कि पुलिस ने केवल प्रमोद गुप्ता को अरेस्ट किया है जबकि इस कारोबार में गुप्ता का पूरा परिवार शामिल रहा है। इसलिए सभी पारिवारिक सदस्यों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
बतादें कि चिटफंड सोसायटी संचालक प्रमोद गुप्ता ने अजमेर में एकता निधि इंडिया लिमिटेड एवं विकास बचत योजना के नाम से कम्पनियां बनाई थीं जिनमें वह स्थानीय लोगों की छोटी छोटी राशि जमा किया करता था।
उसके यहां करीब ढाई हजार लोगों के करोड़ों रुपए जमा थे। गत 15 अप्रेल को प्रमोद गुप्ता परिवार सहित फरार हो गया। जिस पर क्षेत्रीय लोगों ने बड़ा हंगामा खड़ा कर दिया।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने मामला दर्ज करके आरोपी की तलाश शुरू कर दी। पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने पुलिस का विशेष दल गठित किया। दल ने उसका सुराग लगाते हुए उसे फिरोजाबाद में सुहाग नगर कॉलोनी में एक मकान से गिरफ्तार कर लिया।
उधर, सूत्रों ने बताया कि आरोपी प्रमोद गुप्ता पिछले बीस वर्षों से चिटफंड सोसायटी का संचालन कर रहा है और कभी किसी को शिकायत का मौका नहीं दिया, लेकिन पहली बार वह अचानक शहर से फरार हो गया। पुलिस इसकी जांच कर रही है।