अजमेर। नवनियुक्त जिला कलक्टर विश्व मोहन शर्मा ने कार्यभार संभालते ही समस्त विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर निर्देश दिए हैं कि वे सरकार की प्राथमिकताओं के अनुरूप टीम भावना से कार्य करते हुए अजमेर जिले को प्रदेश में अग्रणी बनाएं।
उन्होंने पेयजल के मामलों को भी गम्भीरता से लेते हुए स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि पेयजल लिकेज एवं चोरी के मामलों में किसी प्रकार की कौताही नहीं बरतते हुए सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाए।
जिला कलक्टर बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित समस्त अधिकारियों की प्रथम बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की टीम अजमेर- टीम स्प्रीट भावना से मिलजुल कर कार्य करें। वे सरकार की प्राथमिकताओं को समयबद्धता के साथ पूर्ण करें।
उन्होंने पेयजल विभाग के अधिकारियों को कहा है कि वे आगामी गर्मियों तक पेयजल की कहीं कठिनाई नहीं हो। इसके लिए अभी से कार्ययोजना बनाकर अमल में लाई जाए। पानी चोरी रोकने के लिए कनिष्ठ अभियंताओं की टीम बनाकर प्रभावी निरीक्षण किया जाए।
किसी भी क्षेत्र में पाइपलाइन से चोरी करते पाए जाने पर सख्त कार्यवाही की जाए। इसमें पुलिस की मदद की आवश्यकता हो तो वह भी ली जाए। पानी चोरी के मामलों में संबंधित के विरूद्ध पुलिस में प्रथम सूचना रिपोर्ट भी दर्ज कराई जाए। उन्होंने हैण्डपम्प रिपेयर अभियान को भी प्रभावी बनाने के निर्देश दिए।
उन्होंने समस्त कार्यकारी एजेंसियों को भी निर्देशित किया कि वे आचार संहिता के कारण जिन विकास कार्यों की स्वीकृतियां जारी नहीं कर पाए है उन्हें अब तत्काल जारी करें। इसमें विधायक, सांसद मद, नरेगा की स्वीकृतियों को प्राथमिकता से जारी करें। जिन कार्यों की प्रशासनिक स्वीकृति नहीं निकल पाई उसे निकाले। उन्होंने कहा कि अमृत योजना के तहत पैण्डिंग रहे कार्यों को फोलोअप कर प्रगति लाए। वहीं उचित मूल्य दुकानों का समयबद्धता के साथ निरीक्षण किया जाए।
जिला कलक्टर ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत कराए जाने वाले कार्यों की समीक्षा की तथा निर्देश दिए कि वे एलिवेटेड रोड सहित अन्य कार्यों में गति लाए। प्रत्येक कार्य गुणवता पूर्ण हो यह सुनिश्चित किया जाए। प्रोजेक्ट के तहत जिस कार्य की समयावधि निश्चित है उसे उसी अनुरूप समय पर पूर्ण किया जाए।
उन्होंने खनन अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि वे अपनी फ्लाईंग स्कवायड को प्रभावी बनावे तथा नियमित रूप से खनन क्षेत्र में निरीक्षण करें। उन्होंने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक को भी पालनहार, पेंशन व अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के भुगतान समय पर कराने के निर्देश दिए। जिन योजनाओं में भुगतान बकाया है उनके सत्यापन कराकर तत्काल कराए।
उन्होंने विभाग के समस्त छात्रावासों का एक सप्ताह में निरीक्षण कर उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार शिक्षा विभाग को भी कस्तूरबा गांधी एवं शारदा आवासीय छात्रावास एवं मॉडल स्कूल के निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
शर्मा ने श्रम विभाग के संयुक्त आयुक्त को निर्देशित किया कि वे पंजीयन के बकाया मामलों को निपटाने में गति लाए तथा बकाया शून्य करें। बैठक में बताया गया कि महिला एवं बाल विकास विभाग अपनी विभागीय योजनाओं में ओवर ऑल प्रदेश में अजमेर जिला तीसरे स्थान पर है।
वहीं उप निदेशक कृषि ने बताया कि जिले में यूरिया पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। किसी क्षेत्र में कठिनाई नहीं है। नगर निगम द्वारा सफाई कर्मचारियों की स्वीकृति के विरूद्ध 807 कर्मियों को नियुक्ति दे दी गई है।
बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरूण गर्ग, उप निदेशक स्वयत शासन विभाग किशोर कुमार, जिला रसद अधिकारी संजय माथुर, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता सत्येन्द्र सिंह सहित नगर निगम, जिला परिवहन, उद्योग, पर्यटन, सार्वजनिक निर्माण विभाग, चिकित्सा विभाग, आरएसआरडीसी, खनन, वाटर शैड, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, रोडवेज, देवस्थान, शिक्षा, वन, स्मार्ट सिटी, आईसीडीएस, आबकारी, एडीए, श्रम, कृषि, विद्युत सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।