अजमेर। राजस्थान में अजमेर में जिला प्रशासन ने फाईसागर रोड स्थित एक निजी स्कूल के खिलाफ मनमानी फीस वृद्धि एवं जबरन पुस्तकें खरीदवाने के मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा ने यह आदेश दिए है। मनमानी फीस वृद्धि एवं जबरन पुस्तकें खरीदवाने के आरोप से घिरे स्कूल प्रबंधन के खिलाफ अभिभावकों ने गत 27 म़ई को कलेक्टर को ज्ञापन दिया था।
अभिभावकों ने आज एक बार फिर विरोध प्रदर्शन करते हुए निजी स्कूलों के संगठन प्रदेशाध्यक्ष कैलाशचंद शर्मा से अजमेर में मुलाकात की और स्कूल की हठधर्मिता से अवगत कराया। शर्मा ने स्कूल और अभिभावकों के बीच बैठक करा समस्या निदान का आश्वासन दिया।
स्कूल प्रबंधन लॉकडाउन अवधि के दौरान भी सरकारी आदेशों के खिलाफ जाते हुए अभिभावकों से बड़ी हुई फीस वसूल रहे हैं साथ ही एनसीईआरटी का कोर्स चलाने के बजाए निजी किताबें खरीदने पर बेवजह जोर दे रहा है।
एक अभिभावक कमल सोनी का आरोप है कि लॉकडाउन के बावजूद स्कूल प्रबंधन 15-20 प्रतिशत की फीस वृद्धि कर अध्यापकों के माध्यम से अभिभावकों को फोन करा जबरन फीस जमा कराने का दबाव बना रहे हैं और फीस जमा नहीं कराने की स्थिति में टीसी देने जैसी बात भी कह रहे हैं साथ ही आठ से दस हजार रुपए की किताबें भी खरीदने पर जोर दे रहे हैं।