अजमेर। राजस्थान में कोरोना संक्रमण से उपजे हालातों के मद्देनजर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल को मुस्तैद रहने के आदेश दिए गए हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशों पर राजस्थान में अजमेर स्थित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ग्रुप एक एवं दो को पूरी तरह से तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। सूत्रों ने रविवार को बताया कि इन बलों को देश के किसी भी राज्य में जरुरत पड़ने पर तैनाती के आदेश कभी भी आ सकते हैं। सूत्रों के अनुसार दोनों ग्रुप बलों की प्लाटून ने तैयारी कर ली है।
इस बीच अजमेर के क्लॉक टावर थाना क्षेत्र में शनिवार को लगाए गए कर्फ्यू में सख्ती पूरी तरह जारी है। सुबह सात बजे से दस बजे के मध्य पुलिस की निगरानी में खाद्य सामग्रियों का वितरण कराया गया।
क्षेत्र में आवश्यक सेवाओं की दुकानें भी पूरी तरह बंद है और क्लॉक टावर थाना क्षेत्र की सीमाओं से जुडे गंज, दरगाह, रामगंज, अलवरगेट थानों की सीमाएं भी सील की गई है। यहां कल एक कोरोना पोजिटिव मिल जाने के बाद कर्फ्यू लगाया गया था।
उधर, राजस्थान सरकार द्वारा रोडवेज बसों के माध्यम से राज्य की सीमाओं पर फसें लोगों को छोड़ने के आदेशों के बाद अजमेर के केंद्रीय बस स्टैंड पर सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा है। ये लोग अपने घर वापसी के लिए बसों का इंतजार कर रहे हैं और बस स्टैंड के बाहर सड़कों पर भटक रहे हैं जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का फार्मूला पूरी तरह टूट रहा है।
जबकि बस स्टैंड के नजदीक ही जिलाधीश एवं पुलिस अधीक्षक के कार्यालय भी है। इसके पास ही संभागीय आयुक्त का कार्यालय भी है लेकिन आज सुबह ऐसी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कोई कारगर उपाय नहीं किए जा सके।
समीपवर्ती तीर्थराज पुष्कर में अब भी करीब पौने चार सौ से ज्यादा विदेशी पर्यटक कस्बे के विभिन्न होटलों में मौजूद हैं। इनमें से पचास फ्रांसीसी पर्यटकों के आज रात वतन लौटने की संभावना बताई जा रही है। कल 31 पर्यटकों को पुष्कर से बाहर भेजा गया था।
अजमेर संभाग के सबसे बड़े जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय के मुख्य भवन तथा प्रमुख विभागों को कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित कर लिया गया है। चिकित्सालय सूत्रों के अनुसार ताजा जानकारी के अनुसार अब तक कोरोना संभावित 75 मरीजों की जांच में से 68 की रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। उनमें से 67 मरीज की रिपोर्ट नेगेटिव आई है जबकि शनिवार को एक मरीज पोजिटिव आया था जो कि अजमेर जिले का पहला मामला है।