अजमेर। राजस्थान में अजमेर जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी ने अजमेर विद्युत वितरण निगम को पत्र लिखकर जिले के ग्रामीण क्षेत्र में घरेलू बिजली कटौती समय में परिवर्तन की मांग की है।
चौधरी ने डिस्कॉम के सेक्शन इंजीनियर एनके भटनागर को लिखे अत्यावश्यक पत्र में कहा है कि अजमेर जिले में लगभग 700 दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियां है। इन समितियों पर दुग्ध एकत्र करने के लिए दुग्ध वाहन (टैंकर) जाते हैं तब तक के लिए बीएमसी में ही दूध को ठंडा करने के लिए रखा जाता है।
अजमेर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में डिस्कॉम द्वारा सुबह नौ से 11 बजे तक विद्युत कटौती की जाती है जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्र की दुग्ध समितियों पर लगे बीएमसी उपकरणों में रखा दूध खराब हो जाता है।
चौधरी ने डिस्कॉम से अनुरोध किया कि अजमेर जिले के समस्त ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली कटौती का समय यदि जरुरी है तो दोपहर बारह से दो बजे तक रखें ताकि दूध खराब न हो और किसी को भी आर्थिक नुकसान न उठाना पड़े।