अजमेर। राजस्थान में अजमेर जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ (अजमेर डेयरी) के अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी ने घोषणा की है कि दीपावली पर अजमेर जिले के दुग्ध उत्पादकों को समितियों के माध्यम से डेढ़ करोड़ रुपए का बोनस प्रदान किया जाएगा।
चौधरी ने अजमेर के जवाहर रंगमंच पर 29वीं वार्षिक साधारण सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अजमेर डेयरी जिस तरह प्रगति की ओर अग्रसर है और उसका 340 करोड़ रुपए का नवीनतम अत्याधुनिक संयंत्र शुरु होने के बाद अजमेर दूध के मामले में भारत का डेनमार्क कहलाएगा।
उन्होंने कहा कि अप्रैल 2020 में शुरू होने जा रहा अजमेर डेयरी का यह पहला संयंत्र होगा जिसका निर्माण ग्रीन बिल्डिंग प्रोजेक्ट के तहत किया जा रहा है। जब इसका निर्माण पूरा होगा तब देश विदेश के पशुपालक इसे देखने आएंगे और अजमेर का नाम देश के पटल पर दूध के मामले में प्राथमिकता से लिया जाएगा।
बैठक में वित्तीय वर्ष 2020-2021 के लिए 807 करोड़ के वित्तीय बजट का भी अनुमोदन किया गया। बैठक में चौधरी ने दोहराया कि अगले वर्ष अप्रैल 2020 से जब नया संयंत्र अस्तित्व में आ जाएगा तो गाय का दूध पुराने संयंत्र से और भैंस का दूध नए संयंत्र पर एकत्रित किया जाएगा जिसकी प्रतिदिन की क्षमता चार लाख लीटर और 10 लाख लीटर प्रतिदिन होगी। उन्होंने गाय के दूध की कीमत 45-46 रुपये प्रति लीटर तथा गाय के घी की कीमत 600 रुपए किलो की भी घोषणा की।
चौधरी ने सौ करोड़ की हिस्सा राशि का प्रस्ताव भी सर्वसम्मति से पारित करा लिया। साथ ही डेयरी से जुड़ी जनकल्याणकारी योजनाओं के लिए एक करोड़ के बजट प्रावधान की भी घोषणा की। उन्होंने भारत सरकार द्वारा घोषित अनुदान राशि में विलंब पर कहा कि केंद्र सरकार द्वारा यदि 31 दिसंबर तक अनुदान राशि जारी नहीं की जाती तो दिल्ली के जंतर मंतर पर बड़ी संख्या में जिले के पशुपालक एवं किसान धरना देंगे।