अजमेर। अयोध्या मामले पर आज आ रहे सुप्रीमकोर्ट के अहम फैसले के मद्देनजर राजस्थान में कौमी एकता एवं सांप्रदायिक सौहार्द्र की नगरी अजमेर में विश्व विख्यात सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह के दीवान जैनुअल आबेदीन ने पूरे देश में शांति, भाईचारा एवं सद्भावना बनाए रखने का अनुरोध किया।
विश्व विख्यात सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के वंशज, धर्मगुरु एवं दरगाह दीवान जैनुअल आबेदीन ने देश एवं विश्व के मुस्लिम समुदाय से न्यायालय के फैसले का सम्मान करने का अनुरोध करते हुए शांति, सद्भाव एवं भाईचारे के जरिए मुल्क की तरक्की में हिस्सेदारी बनाए रखने का आह्वान किया है।
उन्होंने कहा कि न्यायालय का फैसला आज आ रहा है और कल हजरत पैगंबर साहब के पैदाइश का दिन है। पूरे मुल्क के साथ अजमेर शरीफ में भी बारहवफात का जश्न बहुत ही अकीदत और धार्मिक रस्मों के साथ मनाया जाएगा। ऐसे में सभी को न्यायालय से आ रहे फैसले पर संयम से काम लेना होगा। उन्होंने धर्मगुरुओं से खुद पर नियंत्रण रखने का भी अनुरोध किया।
अजमेर से जुड़े तीर्थराज पुष्कर स्थित श्री चित्रकूट धाम पुष्कर के अधिष्ठाता पाठकजी महाराज ने भी सभी लोगों से सौहार्द्र कायम रखने का आग्रह करते हुए कहा है कि उच्चतम न्यायालय देश की सर्वोच्च संवैधानिक संस्था है और उसका फैसला सर्वमान्य है। ऐसे में सभी को फैसले का आदर करना चाहिए।
उधर, अजमेर के पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने पूरे जिले में कानून व्यवस्था एवं सुरक्षा के लिए पुलिस बल को सतर्क रहने के निर्देश देते हुए आमजन से सोशल मीडिया पर किसी भी दुष्प्रचार से बचने और किसी भी तरह की विवादित पोस्ट न डालने का अनुरोध किया।
अजमेर में इन दिनों अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेला चल रहा है और यहां पंचतीर्थ स्नान को लेकर एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु एवं देश विदेश के पर्यटक मौजूद हैं। पुलिस ने तीर्थराज पुष्कर में सुरक्षा को लेकर भी विशेष सतर्कता बरती है।