अजमेर। राजस्थान में अजमेर स्थित विश्व प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगार को वैश्विक महामारी कोरोना से सुरक्षित रखने के लिए दरगाह कमेटी ने दरगाह परिसर में कोविड कोट कराया है।
दरगाह नाजिम अशफाक हुसैन ने इस बारे में जानकारी देते हुए आज बताया कि सरकार के अनलाक-3 में खोले गये धर्म स्थलों में दरगाह शरीफ में अकीदतमंदों और जायरीनों की आवक तेज हुई है।
दरगाह प्रबंधन की ओर से कोरोना से सुरक्षा के हरसम्भव उपाय किए गए हैं तथा आने वाले जायरीनों को मौके पर ही जागरूक किया जा रहा है। फिर भी सुरक्षा के लिहाज से दरगाह को कोविड कोट से सुरक्षित कराया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि यह एक तरह का ट्रीटमेंट स्प्रे है, जिसके छिड़काव से सतह सुरक्षित हो जाती है। जिसका प्रभाव अगले 90 दिनों तक बरकरार रहता है। सतह पर छूने से किसी जायरीन पर वायरस संक्रमण का कोई असर नहीं होगा और वह सुरक्षित रहेगा।
नाजिम ने बताया कि दरगाह कमेटी की प्राथमिकता दरगाह आने वाले जायरीन की सुरक्षा है। भीड़ में दरगाह की किसी चीज अथवा दीवारों एवं दरवाजों को छूने से उन्हें संक्रमण का खतरा नहीं होगा। कमेटी ने गत वर्ष कोरोनाकाल में भी सात सितम्बर को कोविड कोट कराया था।