अजमेर। यदि आपका किसी भी बैंक में खाता है और लाॅक डाउन के इस समय में आपको घर बैठे रूपयों की आवष्यकता है तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है। आप डाकघर कार्य समय यानि सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक बस एक फोन करें, डाककर्मी आपके घर पर राशि लेकर हाजिर हो जाएगा। यह सुविधा रविवार व सार्वजनिक अवकाश को छोड़कर अन्य कार्यदिवस पर उपलब्ध होगी।
प्रवर अधीक्षक डाक पवन कुमार शर्मा ने बताया कि विभाग की ओर से आधार इनेबल्ड पेमेन्ट सिस्टम (AEPS) के माध्यम से डाक कर्मी ग्राहकों के घर-ंघर जाकर रूपए पहुंचा रहे हैं। लाॅकडाउन अवधि में विभाग द्वारा अब तक 514 ग्राहकों को 11,36,591 राशि का भुगतान किया जा चुका है। AEPS के द्वारा भुगतान के मामले में राजस्थान देश में छठे स्थान पर है। गत 1 अप्रेल से 8 अप्रेल की अवधि में 27986468 रुपए का भुगतान किया गया है।
डाक विभाग की ओर से इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम सेवा के माध्यम से इसका अधिकतर लाभ ग्रामीण क्षेत्रवासियों द्वारा उठाया जा रहा है। घर-घर जाकर रूपए देने के लिए अजमेर डाक मण्डल में डाक विभाग के 107 ग्रामीण शाखाओं में ग्रामीण डाक सेवक व शहरी क्षेत्र में पोस्टमैन सेवा दे रहे हैं। इसके अलावा अजमेर मण्डल के 60 विभागीय डाकघरों में भी यह सुविधा उपलब्ध है।
इस सुविधा के लिए डाककर्मियों को स्माॅर्ट फोन व बायोमैट्रिक मशीन दी गई है। किसी को भी रूपए निकलवाने के लिए अगर उसका खाता इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक में है तो एक टोल फ्री नम्बर 155299/18001807980 पर फोन करना होगा। अगर खाता नहीं है तो फोन कर इस सुविधा का लाभ उठा सकता है। इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए निम्न टेलीफोन नम्बर पर सम्पर्क कर
सकते हैं—
अजमेर प्रधान डाकघर फोन नम्बर 0145-2432145
जन सम्पर्क निरीक्षक (डाक) अजमेर प्रधान डाकघर 9351064759
सहायक अधीक्षक डाकघर, उत्तर उपखण्ड 7737625395
सहायक अधीक्षक डाकघर, दक्षिण उपखण्ड 9413225365
प्रवर अधीक्षक डाकघर, अजमेर मण्डल 9413208238
किशनगढ-क्षैत्र के लिए-
मदनगंज-किशनगढ प्रधान डाकघर 01463-242300
उप मण्डल निरीक्षक डाकघर-किशनगढ 8130404396
उपरोक्त से सम्पर्क करके सुविधा का लाभ लाॅक डाउन के दौरान उठा सकते हैं। इसके बाद डाककर्मी घर आकर रूपए देगा तथा बायोमैट्रिक मषीन में उसी समय अंगूठा लगवाएगा। इस सुविधा के लिए किसी भी ग्राहक का बैंक खाता आधार से लिंक होना चाहिए व कस्टमर के पास मोबाइल होना चाहिए, जिस पर ओटीपी आ सके। प्रत्येक बैंक द्वारा निकासी के लिए प्रतिदिन व मासिक सीमा अलग-अलग निर्धारित कर रखी है।