अजमेर। प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों के तहत आगामी 31 मार्च तक राज्य सरकार ने 50 से अधिक व्यक्तियों के एक ही स्थान पर एकत्र होने पर रोक लगाए जाने के फलस्वरूप जिले में आगामी दिवसों में होने वाले जुलूसो की अनुमति नहीं दी जाएगी।
मंगलवार को कलक्टर विश्व मोहन शर्मा की अध्यक्षता में शहर के विभिन्न सम्प्रदायों के प्रमुखों के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक का आयोजन किया गया। इस मौके पर अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी एवं जिला पुलिस अधीक्षक कुंवी राष्ट्रदीप भी उपस्थित थे।
कलक्टर ने बताया कि राज्य सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम व बचाव के लिए समस्त सार्वजनिक स्थलों जैसे पर्यटन स्थल, संग्राहालय, एतिहासिक स्मारक, किले, हटवाड़े, पार्क, खेल मैदान, चिड़िया घर, अभ्यारण्य, स्पा, सार्वजनिक मेले, स्वीमिंग पुल, सांस्कृतिक एवं सामाजिक केन्द्रों पर 50 से अधिक व्यक्तियों के एकत्र होने पर आगामी 31 मार्च तक प्रतिबंध लगाया है।
उन्होंने बताया कि यह एक महामारी है जिसमें हम सभी को सहयोग करते हुए इसका मुकाबला करना है। ऎसे में आने वाले महावीर जयंती, चेटीचण्ड एवं रामनवमी के जुलूस की अनुमति नहीं दी जाएगी।
बैठक में अजमेर उत्तर के विधायक श्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि चेटीचण्ड का उत्सव सभी की भावनाओं से जुड़ा है लेकिन वर्तमान में बन रही परिस्थितियों को ध्यान में रखकर आवश्यक निर्णय लेना होगा।
बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक कु. राष्ट्रदीप ने कोरोना वायरस की गम्भीरता सेे सभी को अवगत कराते हुए बताया कि इस वायरस से संक्रमण का पता 14 दिन बाद मालूम होता है। इसे रोकने के लिए सरकार ने यह आदेश जारी किए है ताकि कहीं भी अधिक भीड़ एकत्र ना हो और इस रोग से बचा जा सके। इसमें बचाव रखना ही उपचार है।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर अरविंद कुमार सेंगवा, चेटीचण्ड मेला कमेटी के अध्यक्ष हिंगोरानी, झूलेलाल समारोह समिति के अध्यक्ष कंवल प्रकाश किशनानी, महासचिव महेन्द्र कुमार तीर्थानी, रामनवमी संयोजक राजेश पोषवाल, ललित वर्मा, अनिल कुमार पारीक, पार्श्वनाथ दिगम्बर मन्दिर कमेटी के विनित जैन, राजकुमार पाण्ड्या सहित पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारीगण उपस्थित थे।