अजमेर। अखिल भारतीय संस्कृति समन्वय संस्थान की अजमेर ईकाई की ओर से देशवाली व राजपूत समाज का होली स्नेह मिलन का भव्य आयोजन रविवार को स्वामी काम्प्लेक्स में आयोजित हुआ।
भजन, भक्ति और राष्ट्रप्रेम से ओतप्रोत इस कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध भजन गायक प्रकाश माली ने गीतों और भजनों के जरिए श्रोताओं का दिल जीत लिया। उन्होंने स्वामी विवेकानन्द, डॉ. अब्दुल कलाम, महाराणा प्रताप के विचारों की संगीतमय प्रस्तुति दी।
पीथल और पाथल राजस्थानी कविता की ओजस्वी प्रस्तुति द्वारा देशभक्ति का जज्बा जागृत कर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। मायड़ थारो वो पूत कठे वो महाराणा प्रताप कठे की ओजस्वी प्रस्तुति पर संपूर्ण सभागार तालियों के साथ झूम उठा।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता एवं राष्ट्रीय महामंत्री अखिल भारतीय संस्कृति समन्वय संस्थान के राष्ट्रीय मंत्री आशुतोष पंत ने कहा कि भारतीय संस्कृति की जड़ें गहरी हैं। जिस तरह किसी वृक्ष की डाली या तना काट दिया जाए तो भी समरसता उसी वृक्ष की बूंदे उसे पुन: हरा भरा कर देती हैं। भारतीय संस्कृति खरल के समान है।
जिस तरह कूट पीट कर स्वादिष्ट मसाला बन जाता हैं उसी प्रकार सभी धर्म सम्प्रदाय के समन्वय से भारत संस्कृति की सुगन्ध आज भी फ़ैल रही हैं। हर व्यक्ति राष्ट्र का पुजारी बने, सब मिलकर आगे बढे, सबसे ऊपर देश हित होना चाहिए।
हमारा सांस्कृतिक समन्वय हमारी विरासत हैं, यही देश के अखण्ड और एक सूत्र को बांधता है। देश को समृद्ध और सृदढ़ बनाना है तो धर्म, जाति, भाषा के भेदों को भुलाकर हमें राष्ट्रवाद की भावना को प्रबल बनाना हैं। देशहित में कार्य करने का संकल्प लेना है।
संस्था की अजमेर ईकाई के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह शेखावत, प्रहलाद सिंह, रजाक भाई देशवाली ने भी राष्ट्रीय एकता से ओतप्रोत उद्बोधन दिया।
विशिष्ट अतिथि प्रहलाद सिंह अध्यक्ष, रज्जाक भाई देशवाली उपाध्यक्ष अल्प संख्यक मोर्चा अजमेर देहात, कमल शर्मा राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अखिल भारतीय संस्कृति समन्वय समेत बडी संख्या में गणमान्यजन मौजूद रहे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों ने भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित किया। ममता तुलसियानी ने वन्दे मातरम का गान किया। अंत में संस्था के संरक्षक कंवल प्रकाश किशनानी ने आभार व्यक्त किया। संचालन अशोक शर्मा ने किया।