अजमेर। भरतपुर में आरंक्षण की मांग को लेकर बीते 10 दिन से हाईवे जाम कर बैठें माली, शाक्य मौर्य, कुशवाह, सैनी समाज के समर्थन में सोमवार को अजमेर में माली सैनी समाज के ने महात्मा ज्योतिबा फुले सर्किल पर एकत्रित होकर उनका समर्थन किया साथ ही भरतपुर में शहीद हुए मोहन सिंह सैनी को श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री और राष्ट्रपति के नाम कल्क्टर को ज्ञापन भी दिया।
माली सेना शहर अध्यक्ष हेमराज खारोलिया ने बताया कि पिछले छह माह से माली सैनी समाज सड़कों पर बैठा है और आरक्षण की मांग को लेकर निरंतर संघर्ष कर रहा हैं। उन्होंने राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री से माली, सैनी, कुशवाह, मौर्य, शाक्य समाज को सरकारी नौकरियों में 12 प्रतिशत आरक्षण देने की मांग की साथ ही माली सैनी समाज की राजस्थान में जनगणना कराने का आग्रह किया।
आरक्षण आंदोलन के दौरान भरतपुर में खुदकुशी करने वाले मोहन सिंह सैनी को शहीद का दर्जा देने तथा उसके परिवार को आर्थिक सहायता एवं सरकारी नौकरी देने की भी मांग की।
सैनी कर्मचारी एवं अधिकारी विकास समिति के उपाध्यक्ष विनोद गढ़वाल ने बताया कि विभिन्न सरकारी नौकरियों में माली सैनी समाज की एक प्रतिशत से भी कम भागीदारी है। इस कमी के कारण माली सैनी समाज आर्थिक दृष्टि से कमजोर है। अन्य समाजों की तुलना में माली सैनी समाज आर्थिक दृष्टि से काफी पिछड़ा हुआ है तथा समाज के बच्चों में बेरोजगारी व्याप्त है। उन्होंने कहा कि जातिगत आधार पर जनगणना कराकर माली सैनी समाज को 12 प्रतिशत अलग से सरकारी नौकरियों में आरक्षण दिया जाए।
आरक्षण की मांग करने वालों में अजमेर माली समाज की सभी संस्थाओं के अध्यक्ष, माली सेना महिला मोर्चा की अध्यक्ष बबीता चौहान, मां सावित्री फुले मातृ शक्ति कल्याण संस्थान की अध्यक्ष सीमा चौहान, महामंत्री प्रदीप चौहान, सैनी कर्मचारी एवं अधिकारी विकास समिति के उपाध्यक्ष विनोद गढवाल, सुंदर विलास मालियान धर्मशाला के अध्यक्ष चेतन सैनी, मेवा लाल जादम, रमेश सतरावला, धर्मेंद्र चौहान, गोपी किशन जादम, गणेश चौहान, रवि कछावा, कन्हैया लाल चौहान, मनीष मारोठिया, गणेश टाक, चंद्रशेकर मौर्य, अजय तुनवाल, धर्मेंद्र टाक, तरुण जादम, जितेंद्र भाटी, कन्हैयालाल तुनवाल, राजेश चौहान, रूपचंद महावर, विशन साखला आदि माली सैनी समाज शामिल रहे।