अजमेर। राजस्थान में अजमेर नगर निगम के पार्षद उपचुनाव में एक वार्ड में कई मतदाताओं के मतदाता सूची में नाम नहीं मिले वहीं दूसरे वार्ड के एक मौहल्ले के मतदाताओं ने मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर मतदान का बहिष्कार किया।
उपचुनाव के मतदान के दौराननिगम के वार्ड संख्या 22 के मतदाताओं का आक्रोश उस समय फूट पड़ा जब उनके नाम मतदाता सूची से नदारद मिले। सुबह सात बजे शुरु हुए मतदान में बूथ संख्या पांच पर पहुंचे मतदाताओं के मतदाता सूची में नाम नहीं होने की बात सामने आने के बाद करीब वार्ड में लगभग 150 मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में नहीं मिले।
अजमेर में गत वर्ष जनवरी में लोकसभा उपचुनाव और इसके बाद विधानसभा और लोकसभा के चुनाव हुए और इन तीनों चुनावों में इन करीब डेढ़ सौ मतदाताओं ने भी मतदान किया था। लेकिन पार्षद के उपचुनाव में इनका मतदाता सूची में नाम नहीं है।
दोनों प्रमुख कांग्रेस एवं भाजपा दलों के नेताओं ने इसे गंभीर लापरवाही बताते हुए व्यवस्था को दोष दिया है और कहा है कि इसके लिए संबंधित बीएलओ जिम्मेदार है।
अजमेर दक्षिण से विधायक एवं पूर्व मंत्री अनिता भदेल ने मतदाता सूची से हटाए गए नामों को लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और कहा कि मतदाताओं का आक्रोश स्वभाविक है। इसकी लिखित शिकायत दर्ज कराई जा रही है ताकि भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति न हो।
वार्ड से उपचुनाव की दोनों महिला प्रत्याशी सावित्री गुर्जर (कांग्रेस) तथा गायित्री सोनी (भाजपा) ने भी मतदाता सूची में मतदाताओं के नाम नहीं होने को गलत बताते हुए इसकी शिकायत किए जाने की बात कही है।
उधर, निगम के वार्ड संख्या 52 में हो रहे पार्षद के उपचुनाव के मतदान का वार्ड की गजमल गली की मूलभूत समस्याओं को लेकर मौहल्ले के मतदाताओं ने मतदान का बहिष्कार किया।
मतदाताओं का आरोप है कि सात माह पहले पाईपलाईन के लिए गली खोदी गई थी लेकिन आज तक ठीक नहीं कराई गई। वे अपनी मूलभूत पानी एवं सड़क की शिकायत को लेकर बहिष्कार कर रहे है। मतदाताओं को प्रशासन की ओर से समझाईश के प्रयास भी किए गए।