अजमेर। अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने अपने सात सूत्रीय मांग पत्र को लेकर बुधवार को कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट पर जोरदार प्रदर्शन किया तथा मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का पुतला फूंका।
कर्मचारियों का कहना था कि राज्य कर्मचारी, बोर्ड, निगम, स्वायत्तशासी संस्थाओं, पंचायती राज एवं सहकारी संस्थाओं में कार्यरत कर्मचारी सात सूत्रीय मांग पत्र के निराकरण के लिए आंदोलनरत हैं। राज्य सरकार की ओर से बरती जा रही संवादहीनता के कारण समस्त कर्मचारी वर्ग में राज्य सरकार के प्रति असंतोष व आक्रोश है।
कलक्टर को दिए ज्ञापन में बताया कि मुख्यमंत्री राजे चुनाव पूर्व सूराज संकल्प यात्रा के दौरान कम्रचारी कल्याण के लिए की गई घोषणाएं एवं 8 मार्च 2016 तथा 8 मार्च 2017 को राजस्थान विधानसभा में की गई घोषणाओं से विमुख हो गई हैं। इससे साफ प्रतीत होता है कि वर्तमान सरकार कर्मचारी विरोधी है।
संघर्ष समिति के अजमेर जिलाध्यक्ष कांति कुमार शर्मा ने बताया कि राज्य का कर्मचारी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की सफल क्रियान्विती का महत्वपूर्ण माध्यम है। इसके बावजूद भी कर्मचारियों को केन्द्र के समान वेतन, भत्तों का परिलाभ नहीं दिया जाना एवं कर्मचारियों से आर्थिक वसूली किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। मंत्रीमंडल व सामन्त कमेटी के नाम पर सरकार कर्मचारियों के साथ छलावा बंद करे अन्यथा राज्य कर्मचारी अपना बदला लेगा।
राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति से वार्ता आयोजित कर सात सूत्रीय मांग पत्र का शीघ्र निस्तारण किया जाए अनयथा संघर्ष समिति आगामी दिनों में आंदोलन को उग्र करने को विवश होगी।