अजमेर। राजस्थान में अजमेर के सांसद भागीरथ चौधरी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को तथ्यों के साथ पत्र लिखकर राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता प्रदान कर राज्य की द्वितीय राजभाषा घोषित करने की मांग की है।
चौधरी ने अपने पत्र में मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि देश के विभिन्न राज्यों में स्थानीय मातृभाषाओं को भी संवैधानिक मान्याताएं मिली हुई है उसी तर्ज पर प्रदेश में राजस्थानी भाषा को भी उचित सम्मान मिलना चाहिए।
उन्होंने लिखा राजस्थान में राजस्थानी भाषा आमजन की भाषा है और ये अपने आप में बहुत समृद्ध भाषा है। प्रदेश के आठ करोड़ लोग पिछले 70 वर्षों से मातृभाषा राजस्थानी को संवैधानिक दर्जा दिलाने के लिए प्रयत्नशील है। उन्हें उनका सम्मान मिलना ही चाहिए। चौधरी ने पत्र में लिखा कि पड़ोसी मुल्क नेपाल में तो राजस्थानी भाषा में शपथ लेने तक की छूट है।