अजमेर। राजस्थान में अजमेर नगर निगम की आयुक्त चिन्मयी गोपाल ने कड़ा रुख अपनाते हुए निगम के विधि परामर्शी (डीएलआर) हरजीराम सिरवी को निलंबित किये जाने की अनुशंसा राज्य सरकार से की है।
निगम की आज हो रही तीसरे चरण की साधारण सभा से एक दिन पहले उक्त आशय की अनुशंसा की गई है। खुद आयुक्त ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि विधि परामर्शी को निलंबित करने का अधिकार उनके हाथ में नहीं है, लेकिन उन्होंने निलंबन की अनुशंसा की है।
विधि परामर्शी सिरवी पर आरोप है कि उन्होंने 180 सफाई कर्मियों के मामले में लापरवाही के अलावा आनासागर जी माल के पीछे गणपत तेली द्वारा चारदीवारी निर्माण मामले में निगम के अधिकृत वकीलों के अलावा अन्य से वकीलों से पैरवी करवाकर पक्ष सही नहीं रखा, जिससे यह मामला तेली के पक्ष में गया और उसने गलत दस्तावेजों के आधार पर निर्माण करा लिया।
हालांकि बाद में निगम ने पुनर्याचिका दायर की जिसका फैसला उसके पक्ष में आया। यह मामला साधारण सभा के साथ साथ मीडिया की सुर्खियों में भी रहा था। उल्लेखनीय है कि निगम में पहले से ही महापौर एवं आयुक्त में अनबन है। महापौर पर उन्हीं के पक्ष के एक पार्षद द्वारा भ्रष्टाचार का आरोप लगाने का मामला गर्म है।