अजमेर। राजस्थान में अजमेर के किशनगढ़ तहसील के मदनगंज थाना क्षेत्र में एक मतदान केन्द्र पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने निकाय चुनाव के लिए हो रहे मतदान के दौरान आज अजमेर के सांसद भागीरथ चौधरी से अभद्रता की और उन्हें मतदान केन्द्र में घुसने नहीं दिया।
इसी तरह अजमेर नगर निगम के कई वार्डों में प्रत्याशियों के बीच कई जगह तीखी नोंक झोंक के नजारे देखने को मिले, हालांकि देर शाम पांच बजे मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक किशनगढ में सांसद चौधरी रवींद्र रंगमंच मतदान केंद्र में प्रवेश करना चाह रहे थे, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया और उनके साथ धक्का मुक्की करके उन्हें अन्दर नहीं जाने दिया। इसी दौरान माहौल खराब होते देख पुलिस ने वहां से सभी को खदेड़ करके मामला शांत कराया।
सांसद चौधरी ने कहा कि यह कांग्रेसियों की आदत है। उधर, कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कहा कि मतदान केन्द्र में उम्मीदवार और उसका एजेंट ही जा सकता है। बहरहाल पुलिस में किसी भी पक्ष ने कोई शिकायत नहीं की।
रह रहकर गर्माता रहा माहौल, शाम को शांति
अजमेर के वार्ड 48 में मतदान शुरू होने के साथ ही भाजपा तथा कांग्रेस के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। भाजपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने कुछ महिला मतदाताओं को अपने अतिथि गृह में प्रलोभन के साथ रखा हुआ है। इसकी भनक लगने पर मौके पर भाजपाई पहुंच गए जिससे उनके कांग्रेस कार्यकर्ताओं से गुत्था गुत्थी हो गई।
मौके पर पहुंची अलवरगेट थाना अधिकारी सुनीता गुर्जर ने स्थिति को संभाला और कार्यकर्ताओं को अलग थलग कराया। बाद में सुनीता गुर्जर ने आरोपित अतिथि गृह का निरीक्षण किया तो प्रारंभिक जांच में आरोप निराधार पाया गया। पुलिस ने तत्काल समझाइश कर शांति व्यवस्था कायम करा दी।
इसी तरह वार्ड 55 में जूपी नगर के एक पोलिंग बूथ के बाहर खडे कुछ युवक पुलिस से उलझ गए। सूचना पाक पहुंची अलवरगेट थाना प्रभारी सुनीता गुर्जर ने मौके से दो युवकों को अरेस्ट कर लिया। वार्ड 66 में भाजपा प्रत्याशी नीरज जैन ने ख्वाजा मॉडल स्कूल में दूसरे प्रत्याशी के समर्थकों पर मतदान केन्द्र आ रहे वोटरों को भ्रमित करने पर आपत्ति जताई। उन्होंने कांग्रेस पर सत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि हमें बूथ के बाहर से भी पुलिस हटा रही है जबकि कांग्रेस समर्थक बूथ के भीतर तक जाकर मतदाताओं को अपने पक्ष में वोट डालने को कह रहे हैं।
वार्ड 45 में कोई दूसरा डाल गया वोट
अजमेर नगर निगम के वार्ड 45 में भी दोपहर बाद आर्यन स्कूल में बने मतदान केन्द्र में एक महिला वोट देने पहुंची तो उसे पता चला कि उसका वोट तो डल चुका है। इस मामले को लेकर निर्दलीय पार्षद प्रत्याशी बीना टांक ने पीठासीन अधिकारी के समक्ष नाराजगी जताई तो उन्होंने प्रत्याशी को ही मतदान केन्द्र से बाहर निकाल दिया। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष फर्जी वोटिंग का अंदेशा जाहिर किया। लेकिन रिटर्निंग अधिकारी का कहना था कि इस मामले में वे कुछ नहीं कर सकते। भीतर बैठे प्रत्याशियों के एजेंटों का काम है कि वे क्षेत्र के मतदाताओं की पहचान करें। इसी बूथ पर प्रत्याशियों को भी मतदान केन्द्र के भीतर प्रवेश करने से पुलिस द्वारा रोके जाने की जानकारी भी सामने आई।
इसी वार्ड में डिवाईन स्कूल में बने मतदान केन्द्र पर शाम पांच बजे वोटिंग समाप्त होने पर ईवीएम मशीन सील करने के दौरान मतदान केन्द्र से प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों, एजेंटों को बाहर निकाल दिए जाने से माहौल गर्मा गया। देखते ही देखते भारी संख्या में प्रत्याशियों के समर्थक जमा हो गए तथा विरोध जताने लगे। इस बीच सूचना पाकर पुलिस जाप्ता मौके पर पहुंचा। बाद में प्रत्याशियों की मौजूदगी में मतदान संपन्न होने की प्रक्रिया पूरी की गई।
वार्ड 76 में पुलिस ही बन रही थी बाधा
वार्ड 76 में पंचशील स्थित जनता कॉलोनी की संकरी सडक के बीच स्थित राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय में बने मतदान केन्द्र संख्या 637 पर तैनात पुलिस 200 मीटर की परीधि में किसी भी वाहन को नहीं आने दे रही थी। पुलिस की इस कार्रवाई से गली में रह रहे वाशिंदे दिनभर परेशान रहे। दोपहर में वोट डालने आए विकलांग दंपती को भी पुलिस की बेजा सख्ती से दो चार होना पडा। दुपहिया वाहन के जरिए आईं पैरों से विकलांग महिला मतदाता को मतदान केन्द्र तक आने से रोका गया। जबकि मतदान केन्द्र के बाहर कई वाहन पहले से खडे थे जिन्हें पुलिस स्कूल के स्टाफ का बता कर अपना पल्ला झाड रही थी। इससे मामले की शिकायत दंपती ने चुनाव पर्यवेक्षक और कंट्रोल रूम को दर्ज कराई।