अजमेर। भारतीय जनता पार्टी राजस्थान के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं नगर निगम चुनाव प्रभारी अरुण चतुर्वेदी ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि दो साल के राज में गहलोत सरकार ने शहरी विकास को अवरुद्ध करने का काम किया है, सरकार पूरी तरह चरमराई हुई है और सरकार नाम की कोई चीज राज्य में नहीं है।
चतुर्वेदी आज अजमेर में कांग्रेस सरकार के विरुद्ध निकाय चुनाव के मौके पर ‘काला पत्र’ तथा भाजपा की ओर से ‘संकल्प पत्र’ जारी कर रहे थे। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि दो वर्षों में राजस्थान बेहाल हैं, कानून व्यवस्था खत्म हो चुकी है, महिलाएं एवं युवा हैरान एवं परेशान हैं तथा आम जीवन सरकार की गलत नीतियों के चलते बेपटरी हो चला है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान बिगड़ी कानून व्यवस्था के मामले में अब अग्रणी हो चला है जबकि उत्तरप्रदेश और बिहार जैसे प्रदेशों में अपराधों में कमी आई है। जनता घर, सड़क यहां तक की पुलिस थानों में भी सुरक्षित नहीं है।
चतुर्वेदी ने निगम चुनाव के मौके पर भाजपा का संकल्प पत्र भी पेश किया जिसमें लक्ष्य अंत्योदय, प्रण अंत्योदय तथा पथ अंत्योदय के लक्ष्य के साथ निगम में बनने वाले भाजपा बोर्ड के जरिए जनसेवा का संकल्प दोहराया।
उन्होंने कहा कि भाजपा बोर्ड और महापौर बनने पर अजमेर नगर निगम को आत्मनिर्भर बनाकर रोल मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा और निगम के कार्यालयों को दो जोन में विभाजित कर ऑनलाइन सुविधाएं जनता को सुलभ कराई जाएगी। साथ ही नागरिक सुविधा केंद्र का विस्तार कर समस्याओं को घर बैठे निस्तारित किया जाएगा।
चतुर्वेदी ने नगर निगम की वित्तीय स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए आय के स्रोत बढ़ाने की बात संकल्प पत्र में कही तथा राज्य की कांग्रेस सरकार से यूडीआई टैक्स माफ करने की बात कही। साथ ही बिल्डिंग बायलॉज का सरलीकरण तथा निशुल्क कचरा संग्रहण का जनता को भरोसा दिलाया। एक सवाल के जवाब में चतुर्वेदी ने स्वीकार किया कि पिछले भाजपा बोर्ड की कमियों को नए बोर्ड में पुनरावृत्ति होने से रोका जाएगा तथा और ज्यादा सुधार के काम किए जाएंगे।