अजमेर। राजस्थान में अठाईस जनवरी को होने वाले अस्सी वार्डों वाले अजमेर नगर निगम चुनाव में सत्तारुढ़ कांग्रेस 74 वार्डों में ही चुनाव लड़ रही हैं।
इस चुनाव में कांग्रेस ने वार्ड 11, 12 एवं 13 में अपना उम्मीदवार खड़ा नहीं किया है तथा वार्ड 7 एवं 77 में कांग्रेस प्रत्याशियों के नामांकन पत्र खारिज हो चुके हैं जबकि वार्ड संख्या 29 में भारतीय जनता पार्टी की हेमलता निर्विरोध चुनी गई है।
इस तरह कांग्रेस ने निगम में छह सीटें मतदान से पहले ही गंवा चुकी है। पूर्व मंत्री एवं भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि भाजपा अब मिशन 70 के लक्ष्य के साथ चुनावी मैदान में है तथा निगम में भाजपा का बोर्ड बनेगा।
अजमेर निगम चुनाव में भाजपा ने सभी 80 वार्डों पर, कांग्रेस ने 74 वार्डों पर, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) ने 10 वार्डों तथा बहुजन समाज पार्टी ने पांच वार्डों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं।
निर्दलीयों की मौजूदगी से अनेक वार्डों में रोचक मुकाबले होने की संभावना है और इस कारण दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों भाजपा एवं कांग्रेस को कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ सकता है।
इसी तरह किशनगढ़ नगर परिषद के साथ साथ केकड़ी, सरवाड़ तथा बिजयनगर नगरपालिकाओं से भी ऐसी ही तस्वीर उभरती नजर आ रही है। किशनगढ़ में विधायक सुरेश टांक के तीसरे मोर्चे किशनगढ़ प्रगति मंच ने शहर के लोकप्रिय एवं कर्मठ तथा जमीनी लोगों को मैदान में उतारकर भाजपा एवं कांग्रेस को कड़ी चुनौती दी है।
केकड़ी विधानसभा क्षेत्र जिसमें चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा की प्रतिष्ठा निकाय चुनाव में सीधे तौर पर जुड़ी हुई है लेकिन वार्ड संख्या नौ से कांग्रेस प्रत्याशी लालाराम गुर्जर ने भाजपा प्रत्याशी मिश्रीलाल डसाणिया को समर्थन देकर कांग्रेस को झटका दिया है। निकाय चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों को बागियों से भी जूझना पड़ रहा है।