अजमेर। नगर निगम अजमेर के 28 जनवरी को हो रहे मतदान के लिए चुनाव प्रचार का शोर थमने के एक दिन पहले वार्ड 45 से निर्दलीय पार्षद प्रत्याशी बीना टांक की रैली में सैंकडों वार्डवासियों के शामिल होने से बीजेपी और कांग्रेस के बीच का मुकाबले अब त्रिकोणीय नजर आने लगा है।
टिकट न मिलने पर कांग्रेस से बगावत कर स्थानीय नेता बालमुकंद टांक ने अपनी पत्नी बीना टांक को वार्ड से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर उतारा है। वार्ड में टांक को स्थानीय प्रत्याशी होने का लाभ मिल रहा है। नामांकन दाखिल करने के बाद से ही प्रचार में जुटी बीना टांक ने चुनाव चिन्ह हेलीकॉप्टर मिलने के बाद समर्थकों के साथ मिलकर पूरी ताकत झोंकी हुई है। टिकट वितरण को लेकर कांग्रेस में उपजे असंतोष के चलते पार्टी के कई कार्यकर्ता भी उनके साथ हो लिए। ऐसे में प्रारंभ से ही उन्होंने बीजेपी और कांग्रेस की राह कठिन कर दी।
मंगलवार को चुनाव कार्यालय से महज सौ समर्थकों के साथ शुरू हुई उनकी पैदल रैली जैसे जैसे वार्ड गली मोहल्लों आगे बढती गई वैसे वैसे वार्ड के लोग उनके साथ होते गए। देखते ही देखते रैली ने विशाल रूप ले लिया। रैली में आगे आगे बडी संख्या में महिलाएं बीना टांक की जीत के नारे लगाती और ढोल की थाप पर गीत गाते चल रही थी। जगह जगह मतदाताओं ने उनके उनका पुष्प वर्षा कर तथा मालाओं से लाद कर जोरदार स्वागत किया।
कांग्रेस के परंपरागत गढ रहे इस वार्ड में भाजपा विधायक अनिता भदेल का निवास भी है, इसके बावजूद भाजपा यहां जीत को तरसती रही है। भाजपा ने यहां मनीषा कुमारी गौड को उम्मीदवार बनाया है। लेकिन क्षेत्र में अनजान चेहरा होने से वे पार्टी के परंपरागत वोट बैंक के भरोसे जीत की तलाश में हैं।
हर बार जीत का सेहरा बांधने वाली कांग्रेस में बगावत और स्थानीय की अनदेखी कर बाहरी प्रत्याशी को टिकट देने से कमजोर मानी जा रही है। कांग्रेस ने वार्ड 44 की निवासी सोनल मौर्य को वार्ड 45 में उतार कर जीत की संभावना तलाशने की कोशिश की है। जबकि स्थानीय होने से बागी बीना टांक की तरफ कांग्रेस का परंपरागत वोट बैंक खिसकता नजर आ रहा है। वार्ड 45 में निर्दलीय के तौर पर बीना टांक के अलावा कुसुम राठौड, निशा, पिंकी गहलोत भी मैदान में भाग्य आजमा रहीं हैं।