अजमेर। अजमेर नगर निगम के वार्ड 76 से निर्दलीय पार्षद प्रत्याशी किशन चेलानी को सोमवार को आयोजित एक बैठक में क्षेत्र के कई वरिष्ठ और प्रबुद्धजनों ने आशीर्वाद देकर समर्थन देने का भरोसा दिलाया।
चेलानी के चुनाव कार्यालय पहुंचे प्रबुद्धजनों का मौके पर मौजूद कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। इस मौके पर चेलानी ने कहा कि मैने वार्ड के बुजूर्गों और प्रबुद्धजनों का आशीर्वाद मिलने के बाद ही पार्षद पद के लिए निर्दलीय के रूप में चुनाव लडने का फैसला लिया है।
बीते 10 साल से यहां से भाजपा के पार्षद को चुन कर निगम भेजा, निगम में भाजपा का बोर्ड होने के बाद भी हम क्षेत्र में विकास तरसते रहे तथा जनसमस्याओं का अंबार जस का तस बना हुआ है। हर बार राजनीतिक दलों के नेता और उनके प्रतिनिधि यूआईटी तथा एडीए की कॉलोनियों को निगम के अधिकार में लाने का वादा तो करते हैं पर परिणाम वहीं ढाक के तीन पात वाला होता है।
परिणाम यह है कि क्षेत्र में सफाई कर्मचारी तक की व्यवस्था लोग अपने स्तर पर करने को मजबूर हैं। सडक, नाली बनाने समेत अन्य विकास कार्यों के प्रति ना तो हाउसिंग बोर्ड और ना ही एडीए वाले गंभीर हैं। निगम भी इस वार्ड के साथ सौतेला व्यवहार करती है। पार्टी से चुने पार्षद भी अपने बोर्ड की खिलाफत नहीं कर पाते हैं। ऐसे में आम जनता को सिर्फ धोखा मिलता। अब हम और धोखा नहीं खाएंगे। पार्षद के रूप में जीत होगी तो मेरी प्राथमिकता में क्षेत्र को निगम के अधिकार क्षेत्र में लाना होगा।
चेनानी ने कहा कि वार्ड 76 में आ रही एडीए और यूआईटी आवासीय कॉलोलियों को पॉश एरिया कहा जाता है लेकिन के वाशिंदे कच्ची बस्ती की तरह समस्याओं से सामना कर रहे हैं। ए, बी व सी ब्लॉक तथा गणेश गुवाडी में जमीन बेचकर सरकार ने खुद का खजाना तो भर लिया लेकिन बाद में पलटकर आमजन की सुध नहीं ली। कई जगह ना तो नालियां बनाई गई और ना ही सडकें। जो प्लाट खाली पडे हैं वहां झाडियां उगी हैं। शाम ढलने के साथ ही गणेश गुवाडी में तो लोग भय से दरवाजे बंद कर भीतर हो जाते हैं।
पेयजल जैसी मूलभूत जरूरत के लिए बरसों से लोग आवाज उठा रहे हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। कॉलोनी बसने के पहले जो पानी की टंकियां बनी थीं उनसे जरूरत जितनी और निर्धारित समय पर भी आपूर्ति नहीं मिलती। गर्मियों के दिनों में पानी के टैंकर मंगवाने पडते हैं इससे घर का बजट बिगड जाता है।
इस वार्ड में जी मॉल, रिलायंस फ्रेश, डीमार्ट में शहर भर के लोगों का आना होता है। इससे यातायात दबाव बना रहता है। पार्किग सुविधा, पुलिस चौकी की महती आवश्यकता है। कोलोनियों में बने अधिकतर पार्क विकसित नहीं होने से बच्चों, बुजूगों और महिलाओं को खासी परेशानी का सामना पडता है। मुझे वार्ड केे आप सब लोगों ने नेता नहीं बल्कि अपना बेटा मानकर चुनाव प्रचार के दौरान समर्थन दिया है। मैं पार्षद चुना गया तो बेटे की तरह ही वार्ड के सभी वाशिंदों की सेवा करूंगा।
अजमेर : वार्ड 76 में भाजपा के लिए परंपरागत गढ बचाने की चुनौती