अजमेर। राजस्थान के अजमेर जिले के केकड़ी क्षेत्र में आज एक ट्रेलर के क्रूजर कार से टकरा जाने के बाद एक व्यक्ति की मौत हो गई तथा एक ही परिवार के छह लोग घायल हो गए।
पुष्ट जानकारी के मुताबिक अजमेर-कोटा राजमार्ग के काहेड़ा गांव के निकट मुख्य सड़क पर मार्बल से भरे एक ट्रेलर की चपेट में क्रूजर कार आने से कार का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया जिसमें सवार एक ही परिवार के छह लोग घायल हो गए और एक की मृत्यु हो गई।
क्रूजर कार में बारह लोग सवार बताए जा रहे हैं। इस दुर्घटना का कारण सुबह के समय घना कोहरा बताया जा रहा है। पुलिस दुर्घटना की जांच में जुटी है।
अजमेर में हेमू कालानी के 79वें बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि
अजमेर में शहीद हेमू कालानी के 79वें बलिदान दिवस पर उन्हें विभिन्न सिंधी संगठनों ने आज श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस मौके पर स्थानीय डिग्गी चौक स्थित हेमू कालानी की मूर्ति पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। भारतीय सिंधु सभा ने हेमू कालानी के बलिदान को सदैव स्मरण रखने वाला बलिदान बताते हुए कहा कि हेमू कालानी को याद रखना सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
महानगर मंत्री महेश टेकचंदानी ने कहा कि सिंध के सपूतों ने स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय भागीदारी निभाकर सिंध और सिंधी समुदाय का नाम रौशन किया। हम उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं। इस मौके पर देशभक्ति के गीतों का कार्यक्रम भी कोरोना नियमों के तहत किया गया।
इससे पहले पूर्व संध्या पर सिंधी संगीत समिति की ओर से मूर्ति के समक्ष दीपदान किया गया। झूलेलाल मंदिर में हेमू कालानी की तस्वीर के समक्ष श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। सभा केक मंत्री महेंद्र तीर्थानी ने पाठ्यक्रमों में हेमू कालानी का इतिहास जोड़े जाने की मांग की तथा एक वृत्तचित्र निर्माण की भी सरकार से मांग की।
देश भक्ति गीत गाकर, पुष्प अर्पित कर दी हेमू कालानी को श्रद्धांजलि
सिंधु साहित्य कल्चरल सोसाइटी अजमेर द्वारा वैशाली नगर स्थित कार्यालय पर शुक्रवार को अमर शहीद हेमू कालानी के 79वें बलिदान दिवस पर शाम को एक श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष सुंदर मटाई एवं सचिव लक्ष्मण चैनानी द्वारा अमर शहीद हेमू कॉलानी की मूर्ति पर माल्यार्पण कर एवं पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर पूनम गीतांजलि ने जहि देश मथा बलिदान दिनों हु वीर सपूतों हो हेमू कॉलानी.., मंजू चैनानी ने सलाम इन शहीदों को…, दयाल प्रियानी ने ए मेरे वतन के लोगों जरा याद रखो कुर्बानी…, चतुर्भुज प्रियानी ने ए मेरे प्यारे वतन तुझपे दिल कुर्बान.., लक्ष्मण चैनानी ने है प्रीत जहां की रीत सदा.. आदि देश भक्ति गीत प्रस्तुत किए।
विजय हलदानिया, ज्ञानेश्वर ने कहा कि हेमू कालानी बाल्यकाल से ही मातृभूमि की सेवा करने का जज्बा था और देश को आजाद कराने के लिए अपनी जान न्यौछावर कर दी । अंत में सचिव लक्ष्मण चैनानी ने सभी का आभार व्यक्त किया।