अजमेर। राजस्थान के अजमेर जिले में नव स्थापित पासपोर्ट सेवा केन्द्र का उदघाटन रविवार को पहले ही दिन विवादों में घिर गया। अजमेर में खुलने वाले इस पासपोर्ट सेवा केंद्र का उदघाटन सांसद रघु शर्मा के इंकार करने से राजनीति का शिकार हो गया।
इस केन्द्र का शुभारंभ केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री डा़ॅ वीके सिंह करने वाले थे लेकिन उनके नहीं पहुंचने पर कांग्रेस सांसद रघु शर्मा से आग्रह किया गया। इस पर शर्मा ने मना कर दिया और कार्यक्रम का बहिष्कार कर चले गए। बाद में शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने इस केन्द्र का शुभारंभ किया।
शर्मा ने कहा कि अचानक मुझसे शुभारंभ के लिए कहना भारत सरकार की गाइड लाइन के खिलाफ है। मुझे जिले की 18 लाख जनता की नुमाइंदगी का मौका मिला है और मैं जनादेश के अपमान की इजाजत नहीं दे सकता।
यदि मेरे हाथों शुभारंभ कराना है तो मुझसे तारीख ली जाए। उन्होंने कहा मैंने पूर्व में इस केन्द्र के उद्धाटन के लिए 27 फरवरी की तिथि तय कराई थी लेकिन शिक्षा मंत्री ने श्रेय लेने के लिए इसे रद्द करा दिया।
उन्होंने शिक्षा मंत्री पर आरोप लगाया कि उन्होंने जनरल वीके सिंह का कार्यक्रम अपने स्तर पर ही तय कराकर जारी करा दिया। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि यह एक सांसद के विशेषाधिकार हनन का मामला है और मैं इसकी लिखित शिकायत लोकसभा अध्यक्ष को करूंगा और मामले को लोकसभा में भी उठाऊंगा।
देवनानी ने केन्द्र का उदघाटन करते हुए कहा कि पासपोर्ट सेवा केंद्र का शुभारंभ केंद्र की भाजपा सरकार की योजना है। इसका लाभ अजमेर क्षेत्र के सभी लोगों को प्राप्त होगा।
पासपोर्ट अधिकारी राजेंद्र सिंह ने बताया कि राजस्थान के अजमेर रीजन में 14 जिले आते हैं जिनमें से तीन जिलों में इन केंद्रों को खोलने की मंजूरी मिली है। उन्होंने कहा कि फिलहाल तत्काल बनने वाले पासपोर्ट जयपुर से ही बनेंगे लेकिन नए व नवीनीकरण जैसे कार्य अब अजमेर में हो सकेंगे।