अजमेर। हिजरी सम्वत शबान महीने की 29 तारीख चांद रात के दिन चांद दिखाई देने के साथ ही मुस्लिम संप्रदाय का रमजान माह प्रारंभ हो गया।
राजस्थान में अजमेर दरगाह शरीफ से जुड़े सूत्रों के अनुसार ईशा की नमाज के साथ ही शुक्रवार रात से ही तरावीह की नमाज लॉकडाउन के चलते मुस्लिम परिवारों में घरों पर ही पढ़ी जा रही है। एक माह तक चलने वाले इस रमजान माह में 15 घंटो तक भूखे रहकर मुसलमान इबादत करेगा और मुल्क में अमनोअमानए खुशहाली व महामारी से मुक्ति की दुआ करेगा।
शुक्रवार को चांद दिखाई देने के साथ ही पहला रोजा कल सुबह से ही प्रारंभ हो जाएगा जिसके तहत सहरी का समय तड़के 4:31 का रहेगा तथा इफ्तार शाम 7:04 पर होगा।
अजमेर दरगाह शरीफ क्षेत्र में कर्फ्यू के चलते सभी लोग घरों में ही रहकर इबादत व इफ्तार करेंगे। कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा ने संबंधित अधिकारियों को इफ्तार की सामग्री मुस्लिम परिवारों में घरों के दरवाजे पर ही मुहैया कराने के निर्देश दिए है।
गहलोत की अपील लाॅकडाउन में नमाजें घर पर अदा करें
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पवित्र रमजान माह की शुरूआत पर प्रदेशवासियों को मुबारकबाद दी है। गहलोत ने इस अवसर पर अपने संदेश में कहा कि पूरी दुनिया में अभी कोविड-19 महामारी का प्रकोप चल रहा है। ऐसे में मेरी मुस्लिम भाइयों से अपील है कि केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए लाॅकडाउन के दौरान रोज़ा इफ्तार घर पर रहकर करें और साथ ही नमाजें, तरावीह घर पर ही अदा करें।
उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन की अवधि के दौरान रोज़ा इफ्तार पार्टी का आयोजन करने एवं भीड़ इकटठी करने से बचें। सोशल डिस्टेंसिंग जरूर रखें ताकि कोरोना का कम्यूनिटी संक्रमण रोकने में अभी तक मिली कामयाबी को प्रदेश में बरकरार रखा जा सके।
गहलोत ने कहा कि रमज़ान के इस मुबारक महीने में मुस्लिम भाई-बहन नमाज़ एवं कुरआन की तिलावत के बाद अल्लाह से दुआ करें कि पूरी दुनिया में फैली कोविड-19 महामारी खत्म हो और जो लोग कोरोना से संक्रमित हैं उन्हें शिफा मिले।