अजमेर। राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो टीम द्वारा अजमेर स्थित राजस्व मंडल के सदस्य सुनील शर्मा एवं बीएल मेहरड़ा के पकड़े जाने के बाद मंडल अध्यक्ष डा. आर वेंकटेश्वर एवं दोनों आरोपी सदस्यों के निजी सहायकों के कक्षों को भी सील कर दिया गया हैं।
ब्यूरो को उम्मीद है कि मंडल में बड़ा नेटवर्क है जो पैसों के दम पर फैसलों को प्रभावित करने का काम करते है। यही कारण है कि ब्यूरो ने राज्य के मुख्य सचिव के समकक्ष वाले राजस्व मंडल अध्यक्ष के कक्ष को भी निगरानी में रखा है।
उल्लेखनीय है कि ब्यूरो की टीम ने पहले जयपुर फिर अजमेर में कार्यवाही करते हुए मंडल में भ्रष्टाचार को बेनकाब किया। ब्यूरो के दल ने मंडल सदस्य मेहरड़ा के यहां से 40 लाख रूपए तथा अजमेर में दलाल एडवोकेट शशिकांत के पास से 51 लाख रूपए की नकदी बरामद करने में सफलता प्राप्त की है। ब्यूरो ने शर्मा सहित इन तीनों को हिरासत में लिया है और पूछताछ शुरू कर दी है।
जांच में सामने आया है कि राजस्व बोर्ड से किसी के पक्ष में फैसला कराने के लिए जो जितनी ज्यादा पैसा देता उसके पक्ष में ही फैसला हो जाता था। ब्यूरो की पड़ताल आज भी जारी है।
अधिकारियों को दो दिन की हिरासत में भेजा
राजस्व मंडल अजमेर में शनिवार को उजागर हुए भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किए गए आरएएस सुनील कुमार शर्मा, भंवरलाल मेहरड़ा एवं दलाल शशिकांत को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के विशेष न्यायाधीश ने दो दिन के लिये ब्यूरो की हिरासत में भेजने के आदेश दिए हैं।
ब्यूरो के सूत्रों ने बताया कि रविवार का अवकाश होने के चलते ब्यूरो ने आरोपियों को ब्यूरो के न्यायाधीश के निवास पर पेश किया। न्यायाधीश ने आरोपियों को दो दिन की ब्यूरो की हिरासत में भेज दिया।
उधर, ब्यूरो के दल आरोपियों के निवास की तलाशी ले रहे हैं। सोमवार को आरोपियों के बैंक खातों को खंगालने का काम किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि राजस्व मंडल से जुड़े अधिकारियों और दलाल से शनिवार को ब्यूरो ने कुल 91 लाख रुपए बरामद किए थे।
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