अजमेर। राजस्थान में अजमेर के जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के अथक प्रयासों से 340 करोड़ रुपए की लागत से स्थापित नए संयंत्र ने आज से कार्य करना शुरु कर दिया गया है।
डेयरी के अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी ने बताया कि में संयंत्र में गांव से आने वाले दूध को ठंडा, अलग करना, पाश्चयुकृत क्रीम निकालकर घी की प्रक्रिया जैसी समस्त कार्यप्रणाली अनंत चतुर्दशी के दिन से प्रारंभ कर दी गई है।
उन्होंने बताया कि उत्तरी भारत में डेयरी उद्योग में अजमेर में स्थापित नवीन संयंत्र सर्वोच्च आधारभूत संरचना में अव्वल रहने के साथ राजस्थान में प्रथम स्थान पर स्थापित हो चुका है। उन्होंने कहा कि दूध को चिल्ड करने के अलावा दूध उत्पाद से बनने वाले सभी उत्पाद की पैकिंग भी अत्याधुनिक तकनीक से शुरू की गई है।
चौधरी ने बताया कि अजमेर जिले के पशुपालकों को निकट भविष्य में उनका समस्त दूध संकलन किया जाएगा जिसके माध्यम से उपभोक्ताओं को भी देश की उच्चतम गुणवत्ता का दूध एवं उसके उत्पाद उपलब्ध हो सकेंगे।
डेयरी के प्रबंध संचालक उमेश व्यास ने बताया कि अब आने वाले त्योहारी सीजन को देखते हुए डेयरी सदर व संचालक मंडल की अनुशंसा पर डेयरी ने एक लीटर पैकिंग वाले सभी दूधों की कीमत पर एक रुपए प्रति लीटर की कमी की है। उन्होंने बताया कि अजमेर डेयरी का सरस डबल टोन्ड दूध 35 रुपए, टोन्ड 43, गोल्ड दूध 55 रुपए प्रति लीटर की नवीन दर से उपलब्ध हो सकेगा जिसका लाभ उपभोक्ताओं को होगा।