अजमेर। राजस्थान के अजमेर स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में प्रवेश के वैकल्पिक दरवाजों को विकसित करने के मामले में दरगाह कमेटी और खादिमों की संस्था अंजुमन आमने सामने हो गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वैश्विक महामारी कोरोना के चलते अनलॉक-पांच के दौरान दरगाह कमेटी ने दरगाह परिसर स्थित सकरे दरवाजों को जायरीनों की सहुलियत के मद्देनजर बड़ा कराने का कार्य प्रारंभ कराया लेकिन खादिमों की संस्था अंजुमन सैयद जादगान ने दरगाह के गेट नंबर पांच छतरी गेट पर सोमवार को काम शुरु होना था लेकिन उसे रुकवा दिया गया।
दरगाह के गेट नंबर चार शरकी गेट पर रोलिंग पर्दा लगाने को लेकर दोनों संस्थाओं के बीच विवाद पनपा और बाद में अंजुमन ने स्वयं के स्तर पर पर्दा लगवा लेने की बात कहते काम अपने हाथ में ले लिया।